खगड़िया(नैयर आलम)।
विभिन्न योजनाओं के नाम पर मुखिया और पंचायत सचिव के द्वारा राशि की बंदरबांट का मामला अक्सर सामने आता रहता है,लेकिन जिले के बेलदौर प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत राज दिघौन से कमीशनखोरी का जो मामला सामने आ रहा है,उसे जानकर आम लोगों सहित पदाधिकारियों के बीच भी नाराजगी है।हालांकि फिलवक्त यह कहना मुश्किल है कि,मजदूरी भुगतान के एवज में कमीशन की मांग कर रहे मुखिया और पंचायत सचिव के विरुद्ध कार्रवाई होगी या नहीं!वैसे दिघौन पंचायत में 15वीं वित्त आयोग की योजना के तहत किए गए कार्य के एवज में मजदूरी का भुगतान नहीं होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।बताया जा रहा है कि,मजदूरों की मजदूरी राशि का भुगतान करने के एवज में मुखिया के साथ-साथ पंचायत सचिव द्वारा कमीशन की मांग की जा रही है।मजदूरी का भुगतान कराने सहित मुखिया एवं पंचायत सचिव के विरुद्ध दंडनात्मक कार्रवाई करने के लिए जिला प्रशासन से गुहार लगाई गई है।इस संदर्भ में बेलदौर थानाध्यक्ष को दिए गए आवेदन में दिघौन निवासी सज्जद अली ने कहा है कि, ग्राम पंचायत राज दिघौन के वार्ड संख्या 02 में वर्ष 2022-23 के दौर में 15वीं वित्त आयोग के तहत योजना संख्या-06 का कार्य उनके द्वारा पूर्ण किया गया।उक्त कार्य में लगे 35 मजदूर एवं 10 मिस्त्री को कार्य पूर्ण होने के बाद भी भुगतान नहीं किया जा रहा है।पंचायत के मुखिया द्वारा पंचायत सचिव को अपने प्रभाव में लेकर मजदूरों व मिस्त्री का मजदूरी भुगतान करने के एवज में 15% कमीशन मुखिया तथा 15% पंचायत सचिव के द्वारा मांगी जा रही है।
कार्य करने वाले मजदूरों एवं मिस्त्री के द्वारा सज्जाद अली से बार-बार मजदूरी राशि की मांग की जा रही है।राशि भुगतान करने के लिए बार-बार कहे जाने के कारण सज्जाद मानसिक रुप से परेशान हो गए हैं।बताया जा रहा है कि,मुखिया रुबिया देवी के पति विमल राज वर्तमान समय में शिक्षक पद पर पदस्थापित हैं।बावजूद इसके पंचायत में योजना का कार्य कराने में मनमानी कर रहे हैं।पंचायत सचिव कामता प्रसाद को प्रभाव में लेकर अपनी मर्जी से चुपचाप मजदूरों का मेठ बनाकर दिघौन निवासी मोहम्मद इलियास के पुत्र मोहम्मद निसार के खाते में मजदूरी की राशि जमा कर दिया गया है।मांगने पर कमीशन की मांग की जाती है और कमीशन नहीं देने की स्थिति में टाल-मटोल किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि,यह जांच का विषय है।सज्जाद अली का कहना है कि,पंचायत सचिव कामता प्रसाद से जब मोबाईल पर बात की गई,तो उन्होंने कहा कि,हिसाब करने के लिए आओ।जब उनके पास पहुंचे,तो पंचायत सचिव का कहना हुआ कि,5% बीडीओ साहब को भी देना होगा।तभी रुपया का भुगतान करेंगे।कमीशन नहीं देने की बात पर पंचायत सचिव बोले कि,जहां जाना है और जो करना है,करो।
मजदूरों के रुपये से केस मुकदमा लड़ लूंगा।
अगर राशि का भुगतान पाना चाहते हो,तो बीडीओ,मुखिया और पंचायत सचिव तीनों का जोड़ कर कमीशन का भुगतान करो।यहां तक कि मुखिया पति द्वारा उन्हें यह धमकी भी दी गई है कि,हरिजन केस कर या करवा देगे।पंचायत सचिव भी किसी केस में फंसा देने की धमकी देते हैं।बहरहाल,इस मामले में दर्ज की गई प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।