खगड़िया(गौरव सिन्हा)।
जल-जमाव की समस्या से आजिज किसान मंच द्वारा जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल दिया गया है।खेत में जल-जलाव से नाराज बड़ी संख्या में जिले के किसानों का जुटान जिला मुख्यालय के संहौली स्थित आवास पर हुआ।आक्रोशित किसानों ने एक स्वर से कहा कि,जिलाधिकारी के सहयोग से किसानों ने जल निकासी के लिए ईटबा स्लुइस के आगे नहर खुदवाया।लेकिन जल संसाधन विभाग के अभियंता ने ठीकेदार और मछुआरों से पैसा लेकर स्लुइस के आगे बालू भरे बोरे से जल निकासी के रास्ते को बंद कर दिया।
आक्रोशित किसानों ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि,जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता का आगामी 23 दिसम्बर को न केवल घेराव किया जाएगा, बल्कि उग्र प्रदर्शन कर दोषी अभियंता के विरुद्ध कार्रवाई की मांग भी की जाएगी।जल-जमाव की समस्या को रेखांकित करते हुए किसानों ने कहा कि,दहमा चौर,सैदपुर ख़ारोंधार से पैकांत आदि जगहों में जल-जमाव की समस्या से किसान जूझ रहे हैं।चन्हां नदी, घाघरी नदी, दहमा के सूरज नगर से सोनमनकी रोड तक बालू गाद शिल्ट होने से पानी का बहाव बंद हो गया है
आक्रोशित किसानों ने यह भी कहा है कि,जिले में उर्वरक की कमी नहीं है।बावजूद इसके कृत्रिम किल्लत दिखाकर उर्वरक की काला बाजारी की जा रही है।कालाबाजारी में संलिप्त कृषि समन्वयक के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई है।बैठक में गैर मजरुआ खास जमीन पर लगी रोक को हटाने की मांग भी उठाई गई।कहा गया कि, रबी की खेती के लिए सिंचाई चरम पर है।लेकिन जिले में राजकीय नलकूप की स्थिति गंभीर है।स्थिति यह है कि 181 में से महज 23 नलकूप ही चालू हालत में है।बात अलग है कि,विभाग द्वारा 81 नलकूप चालू होने का दावा किया जा रहा है।
किसानों ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि,हर खेत तक बिजली नहीं पहुंचने के कारण किसानों की लागत पूंजी बढ़ती जा रही है।बिहार किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह टुडू ने कहा कि, जल संसाधन विभाग के अभियंता द्वारा रात के अंधेरे में जेसीबी से मिट्टी कटवाकर बेची जा रही है।केबी तटबंध अंतर्गत सोनमनकी बांध के सहायक अभियंता नदी की मिट्टी रात के अंधेरे में जेसीबी से कटवाते हैं और ट्रैक्टर से ढ़ो-ढ़ोकर बिक्री कर रहे हैं।जिससे नदी पर बने तटबंध की स्थिति खराब हो रही है।
भूमि अधिग्रहण किए जाने के बाद भी किसानों को जल संसाधन विभाग द्वारा अधिगृहीत भूमि के एवज में भुगतान नहीं किया गया है।तमाम समस्याओं से परेशान किसान अब आर-पार की लड़ाई लड़ने को बाध्य होंगे।उन्होंने कहा कि,मिलर और पैक्स अध्यक्ष की मिलीभगत से किसानों के धान की खरीद नहीं हो रही है।पैक्स अध्यक्ष बिचौलिया से धान की खरीद कर रहे हैं।किसी भी मिलर के यहां धान की कुटाई नहीं हो रही है।कागज पर ही धान की खरीद हो रही है।
यहां तक कि, जो किसान धान दे रहे हैं, उनको समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है।क्रय केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगा है।
बैठक में किसानों ने फैसला लिया है कि,जल जमाव को लेकर 23 दिसंबर को दोषी अभियंता के विरुद्ध कार्रवाई के लिए जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता का घेराव किया जाएगा।पांच दिसम्बर को किसानों का शिष्टमंडल खगड़िया के जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपेगा।
अनिल कुमार यादव की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में सूर्य नारायण वर्मा, पूर्व मुखिया सिकंदर शर्मा, अशोक कुमार यादव,नागेश्वर चौरसिया,ओम प्रकाश यादव, शशि यादव,बीरेंद्र यादव, श्याम देव सिंह,राजेश निराला, सिकंदर यादव,शदुल्ला,अर्जुन शर्मा,गंगा सागर पंडित,रवि चौरसिया,मिथलेश कुमार, मुकेश सिंह,अखिलेश यादव, पंकज चौधरी,मनोज सिंह सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।