खगड़िया(श्रवण आकाश)।
नशा मुक्त बिहार को ले तमाम तरह का जतन किए जाने के बाद भी बिहार में न ही शराब का कारोबार थम रहा है और न ही लोग अन्य नशीली पदार्थों के सेवन से परहेज कर रहे हैं।स्थिति यह है कि, शराबबंदी के बाद भी बिहार में शराब का कारोबार खूब उभार तो पा ही रहा है,स्मैक, चरस,प्रतिबंधित कोडिनयुक्त कफ सिरप,नशीली इंजेक्शन आदि का कारोबार भी चरम पर पहुंच गया है और खासकर युवा वर्ग नशे के दलदल में धीरे-धीरे फंस चुके हैं।अन्य मामलों को दरकिनार कर अगर ताजा मामले की बात करें,तो जिले के परबत्ता थाना अंतर्गत कुल्हड़िया गांव में पान दुकान की आड़ नशीली कफ सिरप का कारोबार करने के आरोप में एक कारोबारी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है।उसकी पान दुकान से कफ सिरप के साथ साथ सुलेशन भी बरामद किए गए हैं।हालांकि मिल रही जानकारी के अनुसार पुलिस गिरफ्त में आया शंकर तिवारी नशीली कफ सिरप और सुलेशन के साथ-साथ शराब का भी कारोबार करता था।
परबत्ता थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पाल का कहना है कि, देर रात गुप्त सूचना के आधार पर कुल्हड़िया गांव में छापेमारी कर चुलाई तिवारी के पुत्र शंकर तिवारी की पान दुकान से भारी मात्रा में प्रतिबंधित कोर्डिनयुक्त कफ सिरप की बोतले,और सुलेशन बरामद कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।बताया जा रहा है कि,पुलिस गिरफ्त में आया शंकर तिवारी अपने गांव में ही पान दुकान की आड़ में शराब का कारोबार करता था।इधर के दिनों में वह नशीली कफ सिरप और सुलेशन का भी कारोबार करने लगा था।उसे 100 से अधिक नशीली कफ सिरप और एक पैकेट खुले सुलेशन के साथ गिरफ्तार किया गया है।बहरहाल,शंकर की गिरफ्तारी के बाद से इलाके में तरह-तरह की चर्चा है।स्थानीय लोगों का कहना है कि,शंकर की पान दुकान पर युवाओं का जमावड़ा लगा रहता था।छोटे छोटे बच्चों को भी शंकर ने प्रतिबंधित कफ सिरप और सुलेशन के साथ-साथ शराब की लत लगाकर बर्बाद कर दिया।चंद समय में ही धनाढ़्य बनने की चाहत में शंकर ने युवाओं को नशे की गर्त में ढ़केल दिया।