खगड़िया(गौरव सिन्हा)।
देश में किसानो के आर्थिक दशा को सुधारने के लिए किसान किसान आयोग की जरुरत है।उक्त बातें बिहार किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह टुडू ने असम के दौरे पर चाय उत्पादक किसानों के बीच कही।श्री टुडू ने यह भी कहा कि,नीति आयोग किसानों का कायाकल्प नहीं कर सकता है।क्योंकि हर राज्य में अलग-अलग मौसम के अनुकूल खेती होती है और उद्योग पति व पूंजीपति किसानों के उत्पादकता को गिद्ध की तरह देख रखा है।असम में सुपारी और चाय,बिहार में मक्का, राजस्थान गुजरात मे कपास, तील,सरसों,यूपी में आलू, महाराष्ट्र में प्याज व अंगुर का निर्यात किसान नहीं,अपितु पूंजीपति या उद्योगपति कर रहे हैं।किसानों को उत्पादकता का सही लाभ नहीं मिल रहा है।
देश में मात्र 35 अनाज का न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी निर्धारित होता है, जबकि देश में 300 तीन सौ से ज्यादा किस्म के अनाज का उत्पादन किसान कर रहे हैं।किसान नेता ने कहा कि,इस देश में एमएसपी गारंटी कानून के साथ किसान आयोग की सख्त आवश्यकता है।