राजकमल की रिपोर्ट
खगड़िया।विधायक जी जमीन खरीदें हैं।वह अपना घर बनाएंगे।इसलिए जमीन खाली करना पड़ेगा।यह सुनते ही बेलदौर प्रखंड क्षेत्र स्थित सरकारी पर लगभग सौ वर्षों से रह रहे महादलित परिवार के लोगों के पैरों तले से मानो जमीन सरक गई है और स्थानीय लोग कहने लगे हैं कि,लगभग सौ वर्षों से बसे महादलित परिवारों के घर को उजाड़ने पर सत्ता दल के विधायक आतुर हो गए हैं।बेलदौर के सीओ के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस द्वारा महादलित परिवारों के नाम जमीन खाली करने का फरमान जारी होने के बाद से चिंता में डूबे महादलित परिवार के लोगों का कहना है कि,बीते मंगलवार को स्थानीय विधायक पन्नालाल सिंह पटेल,सीओ सुबोध कुमार,थाना अध्यक्ष पंकज प्रकाश,एसआई जयप्रकाश सिंह,एएसआई उदय कुमार मंडल अपने काफिले के साथ उक्त स्थल पर पहुंचे।
सरकारी जमीन पर पहुंचते ही सीओ सुबोध कुमार ने कहा कि,विधायक जी जमीन खरीदे हैं।वह अपना घर बनाएंगे।जिसके कारण उक्त जमीन को खाली करना पड़ेगा।महादलित परिवार के लोगों का कहना है कि,वह लोग उक्त जमीन पर लगभग सौ वर्षों से बसे हुए हैं।बताया जा रहा है कि,बीते 23 वर्ष पहले स्वर्गीय दयानंद राम, शिवराम,कैलूराम आदि से जमीन की खरीदारी की गई है।जबकि किसी भी सरकारी जमीन की खरीद फरोख्त नहीं हो सकती है।लेकिन स्थानीय विधायक अपना रौब दिखा कर स्थानीय प्रशासन के सहयोग से उक्त जमीन को खरीदकर महादलित परिवार को घर से बेघर करने पर तुले हुए हैं।वहीं सीओ सुबोध कुमार द्वारा कहा जाता है कि, जो भी महादलित परिवार के लोग उक्त स्थल पर हैं,उन्हें दूसरे जगह की जमीन का पर्चा दिया जाएगा।स्थानीय लोगों का कहना है कि, विधायक जब विवादित जमीन पर बसाने ले जाते हैं, तो उक्त स्थल पर बसने में महादलित परिवार के लोगों को डर लगने लगता है।जिसके कारण उक्त स्थल पर से हटने को मजबूर हो जाते हैं।
बात अगर सीओ सुबोध कुमार की करें,तो उनका कहना है कि,उक्त जमीन रैयती बेलगाम जमीन बताया जा रहा है।बहरहाल,यह मामला जांच का विषय है और सवाल यह उठ रहा है कि,सरकार जहां महादलितों का आशियाना सजाने का दावा करती है,तो सौ वर्षों से सरकारी जमीन पर रह रहे महादलित परिवारों के नाम आशियाना हटाने का फरमान आखिर कैसे जारी हो गया!!