इरशाद अली की रिपोर्ट
खगड़िया।जिले के गोगरी थानाक्षेत्र अंतर्गत रामपुर-भूरिया कटघरा आश्रम जाने वाले मार्ग स्थित पुलिया लोगों के लिए जी का जंजाल बना हुआ है।इस पुलिया पर अक्सर दुर्घटनाएं हो रही है, लेकिन न ही नेताओं की तंद्रा भंग हो रही है और न ही जिला प्रशासन के द्वारा इस पुलिया के नव निर्माण को लेकर किसी तरह का कदम उठाया जा रहा है।बीते दो दिनों पूर्व भी इस पुलिया पर बड़ा हादसा होते-होते रह गया।पशुओं के चारे से लदा ट्रैक्टर क्षतिग्रस्त पुलिया के कारण अनियंत्रित होकर पानी मे गिरा जरुर।लेकिन ट्रैक्टर पर सवार तीन लोगों की जान बाल-बाल बच गई।इधर इटहरी के पंचायत समिति सदस्य अशोक पंत का कहना है कि,पशुओं का चारा लदा ट्रैक्टर अभी तक पानी मे ही डूबा है।उन्होंने कहा कि, भूरिया के पास ध्वस्त पुलिया पूरी तरह खतरे को आमंत्रित कर रही है।कुछ माह पहले भी एक ऑटो इसमें पलट गया था।
ध्वस्त पुलिया को अविलंब ठीक करने को लेकर कई जनप्रतिनिधियों के समक्ष आरजू की गई,लेकिन अभी तक इस क्षतिग्रस्त पुलिया की न ही मरम्मती कराई गई है और न ही नव निर्माण की दिशा में कोई पहल किया गया है।कई नताओं से आग्रह किए जाने के बाद भी सांसद या विधायक की नजर इस ओर नहीं गई है।बाढ़ के समय यह पुलिया और भी भयानक हो जाती है।यदि इसे अच्छे से बना दिया जाय,तो शायद इटहरी पंचायत के कई क्षेत्र सहित मुंगेर जिले के कई पंचायत वासी लाभान्वित हो होंगे।इस पुलिया को बाढ़ के समय बालू व मिट्टी देकर खानापूर्ति कर छोड़ दिया जाता है।नतीजतन कुछ ही दिनों बाद फिर भी वही हाल हो जाता है।
श्री पंत ने कहा कि,लोगों को बड़े खतरे से बचाने के लिए नए सिरे से पुलिया बनाने का आग्रह जिला प्रशासन से किया गया है।अब देखना दिलचस्प होगा कि, क्षतिग्रस्त पुलिया के नव निर्माण को लेकर जिला प्रशासन,विधायक और सांसद गंभीरतापूर्वक विचार करते हैं या किसी बड़े हादसे का इंतजार किया ही जाता रहेगा!!