खगड़िया(गौरव सिन्हा)।
दूसरी परीक्षार्थी के बदले परीक्षा देने के जुर्म में पकड़ी गई मोना कुमारी ने स्वीकार किया कि, उसे विनीता कुमारी के बदले परीक्षा में बैठने और माध्यमिक परीक्षा को प्रथम श्रेणी से पास कराने के एवज में पन्द्रह हजार देने की बात तय हुई थी।इतना ही नहीं,यह मामला भी प्रकाश में आया कि,मोना कुमारी द्वारा सिपाही सहित अन्य पदों के लिए प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी भी की जा रही थी।
दरअसल,मैट्रिक परीक्षा के आज तीसरे दिन अपर समाहर्ता मोहम्मद राशिद आलम द्वारा स्वच्छ,निष्पक्ष एवं कदाचारमुक्त वातावरण में परीक्षा संपन्न कराना सुनिश्चित कराने को ले विभिन्न परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया जा रहा था।इस दौरान उन्होंने प्रथम पाली में सामाजिक विज्ञान विषय की परीक्षा में एक महिला परीक्षार्थी को पररुपधारण के आरोप में परीक्षा से निष्कासित करते हुए गिरफ्तार कराया।
अपर समाहर्ता ने प्रथम पाली में सामाजिक विज्ञान विषय की परीक्षा के दौरान मध्य विद्यालय हाजीपुर उत्तरी में परीक्षार्थी विनीता कुमारी, पिता राणा प्रताप यादव के बदले परीक्षा दे रही अन्य लड़की अर्थात मोना कुमारी,पिता सुबोध साह को शक होने पर गहन जांचोपरांत पकड़ा एवं उसके विरुद्ध बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम,1981 के तहत पररुपधारण के आरोप में नियमानुकूल कार्रवाई कर गिरफ्तार करते हुए सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराई।
बताया गया कि,परीक्षार्थी विनीता कुमारी को परीक्षा से निष्कासित करते हुए उसके विरुद्ध सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।मोना कुमारी द्वारा स्वीकार किया गया कि,उसे विनीता कुमारी के बदले परीक्षा में बैठने और माध्यमिक परीक्षा को प्रथम श्रेणी से पास कराने के लिए ₹15000 देने की बात तय की गई थी।
मोना कुमारी द्वारा सिपाही सहित अन्य पदों के लिए प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी भी की जा रही थी।
अपर समाहर्ता ने परीक्षा केंद्रों में प्रवेश से पूर्व परीक्षार्थियों की सघन जांच कराने एवं एडमिट कार्ड से चेहरा मिलाने का सख्त निर्देश केंद्र अधीक्षक को दिया।उन्होंने कहा कि,वीक्षकों को परीक्षा हॉल में सतत निगरानी रखनी चाहिए।ताकि परीक्षार्थी नकल न कर पाएं।
स्वच्छ, कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण वार्षिक माध्यमिक परीक्षा के संचालन हेतु जिला प्रशासन दृढ़ संकल्पित है और सभी परीक्षा केंद्रों पर गश्ती दंडाधिकारियों,उड़नदस्ता दंडाधिकारियों,जोनल दंडाधिकारियों,सुपर जोनल दंडाधिकारिओं द्वारा लगातार सघन गश्ती की जा रही थी।इनके अलावा जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष द्वारा भी विभिन्न परीक्षा केंद्रों का भ्रमण किया जा रहा था।