एसडीएफ लाइव इंडिया
खगड़िया।जिले के मानसी प्रखंड अंतर्गत मटिहानी गांव स्थित युवा शक्ति के जिला महासचिव अजीत कुमार उर्फ पप्पू यादव के आवास पर आयोजित जननायक कर्पूरी ठाकुर की श्रद्धांजलि में जाप एवं युवाशक्ति के कार्यकर्ताओं ने श्रद्धासुमन व्यक्त करते हुए उनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों को रेखांकित करते रहे।
जन अधिकार युवा परिषद के जिलाध्यक्ष अभय कुमार गुड्डू ने कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए कहा कि,कर्पूरी ठाकुर बिहार की राजनीति में गरीबों और दबे कुचले वर्ग की आवाज थे।कर्पूरी ठाकुर बिहार में दो बार मुख्यमंत्री, एक बार उपमुख्यमंत्री तो बने ही,इसके साथ ही दशकों तक विपक्ष के नेता भी रहे थे।वह 1952 में हुए पहली बार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल किए थे।जननायक कर्पूरी ठाकुर बिहार के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री बने थे।जब कर्पूरी जी उपमुख्यमंत्री बने,तो बिहार में अंग्रेजी की अनिवार्यता को खत्म कर दिया था।जिसके चलते उन्हें काफी आलोचना का भी सामना करना पड़ा था।साल 1971 में मुख्यमंत्री बनने पर उन्होंने किसानों को बड़ी राहत देते हुए गैर-लाभकारी जमीन पर मालगुजारी टैक्स को खत्म कर दिया था और 1977 में जब मुख्यमंत्री बने, तो सरकारी नौकरियों में मुंगेरीलाल कमीशन लागू कर गरीबों और पिछड़ों को आरक्षण देकर सवर्णों के दुश्मन बन गए थे।
उन्होंने कहा कि,जननायक कर्पूरी ठाकुर की लोकप्रियता के कारण उन्हें जननायक कहा जाता है।वह भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ और बिहार के दूसरे उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।नाई जाति में जन्म लेने वाले कर्पूरी ठाकुर सरल हृदय के राजनेता माने जाते थे और सामाजिक रुप से पिछड़ी जाति से जुड़े थे।लेकिन उन्होंने राजनीति जनसेवा की भावना के साथ किया था।उन्हीं सेवा भावना के कारण ही उन्हें जननायक कहा जाता है।युवा शक्ति के जिला महासचिव मो.आलम राही ने कहा कि,कर्पूरी ठाकुर बिहार में एक बार उपमुख्यमंत्री, दो बार मुख्यमंत्री और दशकों तक विधायक और विरोधी दल के नेता रहे थे।राजनीति में लंबा सफर बिताने के बाद भी जब उनका निधन हुआ,तो उनके परिवार को विरासत में देने के लिए एक मकान तक उनके पास नहीं था।कर्पूरी जी अपने जीवन काल में समाज के हित में ही काम करते रहे थे।
इस अवसर पर युवा शक्ति के कार्यकारी अध्यक्ष जवाहर यादव,दयानंद यादव,रतन कुमार सिंह,सुशांत कुशवाहा, धर्मेंद्र पोद्दार,रणवीर कुमार यादव इत्यादि प्रमुख रुप से उपस्थित थे।