एसडीएफ लाइव इंडिया
खगड़िया।बीते कुछ दिनों से बिहार के श्रमिक मजदूरों पर तमिलनाडु में लगातार हमला जारी है।बिहारी मजदूर फोन के माध्यम से लोगों से सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं।इसके बाबत शनिवार को जन अधिकार युवा परिषद के जिलाध्यक्ष अभय कुमार गुड्डू की अगुवाई में एक शिष्टमंडल ने जिला पदाधिकारी डाॅ.आलोक रंजन घोष से मुलाकात की और राष्ट्रपति के नाम त्राहिमाम संदेश पत्र सौंपकर तमिलनाडु से बिहार के मजदूरों के सकुशल वापसी को ले साकारात्मक सहयोग करने की मांग की।उन्होंने कहा कि, तमिलनाडु में उत्तर भारतीय, खासकर बिहारियों के साथ लगातार हो रहे दुर्व्यवहार, हत्या,छिनतई और मारपीट की घटना अनवरत जारी है।खगड़िया जिला अंतर्गत पसराहा गांव के भी कई मजदूर छुप कर अपनी जान बचा रहे हैं।पिछले एक माह से तमिलनाडु के त्रिपुर और कुछ अन्य शहरों में मजदूरी करने गए उत्तर भारतीय (हिंदी भाषी) खासकर बिहार के मजदूरों के साथ वहां के स्थानीय तमिलों द्वारा काफी ज्यादती की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।
इस बीच लगभग एक दर्जन से ऊपर बिहार के लोगों की हत्या हो चुकी है।तीन दर्जन से ज्यादा लोगों को गंभीर रुप से मारपीट कर घायल कर दिया गया है।कई लोगों की नगदी, जेवर,मोबाइल आदि छीन लिए गए हैं।इस संदर्भ में शिकायत करने पर भी वहां की प्रशासन गंभीर नहीं हो रही है।कई लोगों को बंधक बना लिया गया है।किसी तरह से जान बचाकर भागने की कोशिश करने वाले बिहारियों को बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भी पीटा जा रहा है।इन घटनाओं से भारतीय संविधान में प्रदत्त मौलिक अधिकारों का हरण हुआ है।यह देश की अखंडता के लिए गंभीर चिंता का विषय है।उन्होंने पत्र के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति से आग्रह करते हुए कहा है कि,देश के प्रधानमंत्री,गृहमंत्री और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को इस संदर्भ में स्पष्ट निर्देश देने की कृपा करें।ताकि,वहां के प्रवासी बिहारी मजदूरों के जानमाल की रक्षा हो सके।
शिष्टमंडल में जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश सचिव निलेश कुमार यादव,युवा शक्ति के जिलाध्यक्ष मिथुन कुमार शर्मा,जिला महासचिव मो.आलम राही शामिल थे।