एसडीएफ लाइव इंडिया
खगड़िया/बेगूसराय।एक तरफ पुलिस राज्य मुख्यालय के दिशा-निर्दश पर पुलिस-पब्लिक के बीच तारतम्य स्थापित करने को लेकर मुहिम चलायी जा रही है।अमन व कानून पसंद लोगों के मस्तिष्क से पुलिस का भय निकालने को ले तमाम कोशिशें की जा रही है,वहीं कुछ पुलिस पदाधिकारी और पुलिस के जवान आम लोगों पर जुल्म ढ़ाने से बाज नहीं आ रहे हैं।कहीं निर्दोष को फर्जी मुकदमे में फंसाया जा रहा है,तो कहीं गुनहगारों को बचाया जा रहा है।हद तो यह है कि,बिहार के मुखिया नीतीश कुमार लगातार कहते हैं कि,सुशासन की सरकार न ही किसी निर्दोष को फंसाती है और न ही गुनहगारों को बचाती है,लेकिन कुछ पुलिस पदाधिकारी और पुलिस जवान वर्दी के नशे में चूर होकर दादागिरी दिखाने में लगे हैं।ऐसे कई उदाहरण है, जो वर्दी को दागदार बताने के लिए काफी है।अन्य मामलों को कुछ देर के लिए दरकिनार कर अगर हम ताजा मामले की बात करें,तो बेगूसराय के परिहारा थाना की पुलिस ने एक पत्रकार को महज इसलिए गाली-गलौज करते हुए पीट दिया,क्योंकि उन्होंने पुलिस जवान से एक सवाल पूछ लिया।
मिल रही जानकारी के अनुसार बुधवार को जिले के सदर प्रखण्ड अंतर्गत बेला सिमरी चौक पर बिहार समाचार के पत्रकार सुमन झा के साथ एक पुलिस जवान द्वारा गाली गलौज व मारपीट करने का मामला सामने आ रहा है।बताया जा रहा है कि, पुलिस जवान तो जवान, पुलिस गाड़ी के ड्राइवर भी पत्रकार सुमन झा को गाली-गलौज करते हुए मारने पर उतारु था।स्थानीय लोगों का कहना है कि,पत्रकार ने पुलिस जवान से महज इतना ही पूछा कि,क्या आपके पास ब्रेथ एनलाइजर मशीन है!बस इतनी सी बात पर परिहारा पुलिस के एक जवान भड़क गए और पत्रकार सुमन झा पर ताबड़तोड़ तीन थप्पड़ जड़ दिए।इस मामले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
इधर,पत्रकार सुमन झा ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए बताया कि,मारपीट के बाद पुलिस जवान के द्वारा मोबाइल छीनने का भी प्रयास किया गया।यहां तक कि,बीच बचाव करने वाले ग्रामीण व पत्रकार सुमन झा ने जब मारपीट का विरोध किया,तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी तक दे डाली।पत्रकार सुमन झा ने खगड़िया के सभी पत्रकारों बंधुओं से मार्मिक अपील करते हुए कहा है कि,आखिर हमारी गलती क्या है!बिहार में पुलिस से कुछ पूछना अपराध है क्या!क्या राष्ट्र के चौथे स्तम्भ की बिहार में बस इतनी ही इज्जत है कि,कोई जब चाहे उस पर हाथ छोड़ दे।इस मामले में मुझे तमाम पत्रकार बंधुओं से सहयोग चाहिए।मुझे न्याय दिलाने में मदद किया जाय।
दूसरी तरफ पत्रकार अविनाश भास्कर,कौशल सिंह,मुकेश झा आदि ने कहा है कि,यदि दोषी जवान के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई नहीं हुई तो वह लोग आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
बहरहाल,देखना दिलचस्प होगा कि,इस मामले की जांच कर दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई होती है या अन्य मामलों की तरह इस मामले को भी जमींदोज कर दिया जाता है!!