एसडीएफ न्यूज ब्यूरो
खगड़िया।जिले के मानसी प्रखंड स्थित मटिहानी गांव के समीप गंडक नदी पर अर्द्धनिर्मित पुल को देखकर लोगों में आक्रोश पनपने लगा है।जन अधिकार युवा परिषद के जिलाध्यक्ष अभय कुमार गुड्डू ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर मटिहानी गांव के समीप गंडक नदी पर अर्द्धनिर्मित पुल को शीघ्र पूर्ण निर्माण कराने की मांग की है।जाप नेता ने मुख्यमंत्री को ई-मेल के माध्यम से भेजे पत्र में मटिहानी-टीकारामपुर के बीच गंडक नदी पर अधूरे बने पुल का पूर्ण रुप से निर्माण कराने की मांग करते हुए कहा है कि आजादी के बाद से आज तक यातायात की असुविधा को खगड़िया के मानसी और मुंगेर जिला अंतर्गत टीकारामपुर के लोग झेलते आ रहे हैं।तीस जनवरी 2017 में खगड़िया जिला के मानसी प्रखंड स्थित टीकारामपुर (मुंगेर)के बीच गंडक नदी पर पुल निर्माण हेतु आवश्यक कार्य आरंभ हुआ तो इस क्षेत्र के लोगों के चेहरे पर मुस्कान आयी।लोगों को लगा कि अब तीन-चार साल में पुल निर्माण का कार्य पूर्ण हो जाएगा और हमें नाव की जानलेवा सवारी करने से मुक्ति मिल जाएगी।अब हम दियारावासी भी यातायात की परेशानी को झेलने से मुक्त हो जाएंगे।लेकिन इलाके के लोगों का सपना आज तक अधूरा है।उन्होंने कहा कि मानसी गंडक नदी पर बन रहे पुल को 30 जनवरी 2019 को ही पूरा करना था।परंतु निर्माण कार्य से जुड़े विभागीय अधिकारी एवं कार्य एजेंसी की निष्क्रियता के कारण अब तक यह पुल निर्माणाधीन है।
इस इलाके के लोगों ने सांसद,मंत्री और विधायक के यहां खूब गुहार लगायी,लेकिन किसी ने सार्थक पहल नहीं किया।जिसके फलस्वरुप पुल निर्माण एजेंसी बोरा बिस्तर उठा कर कार्य को संपन्न किए बगैर अधूरे छोड़कर फरार हो गयी।श्री गुड्डू ने इलाके के लोगों की परेशानियों को रेखांकित करते हुए कहा है कि इस इलाके के लोगों का जीवन कृषि पर टिका हुआ है।यातायात की सुविधा नहीं रहने के कारण इस इलाके के लोगों के लिए जीवन जीना भी काफी संघर्षपूर्ण है।सड़क व पुल नहीं रहने के कारण अन्य सुविधाओं से भी इलाके के लोगों को वंचित रहना पड़ता है।खेतों में फसल बोने से लेकर फसल तैयार कर घर तक ले जाने में जो परेशानी झेलनी पड़ती है,उसे शब्दों में बयां करना असंभव है।जिलाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए कहा कि यह पुल खगड़िया-मुंगेर के किसानों का लाइफ लाइन है।इसलिए इस मामले को अपने संज्ञान में लेकर अर्द्धनिर्मित पुल को पूर्ण करवाने की कृपा करें,ताकि इस इलाके के लोगों को यातायात की असुविधाओं से मुक्ति मिल सके।