खगड़िया(गौरव सिन्हा)।
जिले के गोगरी प्रखंड अंतर्गत शिरनियां स्थित श्री तेजनाथ मिश्र बालिका इंटर विद्यालय की लगभग 25एकड़ जमीन पर किन-किन दबंगों ने कब्जा जमा लिया है,यह खुलकर कहने में स्थानीय लोग भले ही परहेज कर रहे हों,लेकिन इस बात को स्थानीय लोग जरुर स्वीकारते हैं कि,25एकड़ जमीन में से तनिक भी जमीन स्कूल कमिटी के कब्जे में नहीं है।हेराफेरी कर विद्यालय की सभी जमीन बिक्री कर दी गई है।हालांकि ग्राम पंचायत राज इटहरी के पंचायत समिति सदस्य अशोक कुमार पंत ने गोगरी के अनुमंडल पदाधिकारी और अंचलाधिकारी के नाम अलग- अलग आवेदन देकर पूरे मामले की जांच कराए जाने की मांग उठाई है।पंसस अशोक कुमार पंत द्वारा एसडीओ और सीओ को दिए गए आवेदन में कहा गया है कि,गोगरी प्रखंड अंतर्गत शिरनियां और आस-पास के दर्जनों गांव की बालिकाओं को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भू-दाता ने जमीन दान दिया था और दान दी गई जमीन पर श्री तेज नारायण मिश्र बालिका उच्च विद्यालय की स्थापना हुई थी।
स्कूल के नाम लगभग पच्चीस एकड़ जमीन भी की गई थी, जिसकी 22जुलाई 92तक की रसीद भी उपलब्ध है।यानि कि 22जुलाई 92तक का रसीद कटा हुआ है।लेकिन विद्याल़ के कब्जे में कोई जमीन फिलवक्त नहीं है।जिससे इलाके के अभिभावकों में आक्रोश व्याप्त है।
पंसस श्री पंत ने अपने आवेदन में कहा है कि,इलाके की छात्राओं को बेहतर तौर पर शिक्षित करने के उद्देश्य से स्थापित की गई टीएन बालिका इंटर विद्यालय से लाभान्वित होकर सैकड़ों बालिकाएं सफलता के मुकाम पर है और विद्यालय का लाभ इलाके के लोगों को मिल भी रहा है।हाल ही में टीएन उच्च विद्यालय की एक छात्रा ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा संचालित मैट्रिक की परीक्षा में राज्य स्तर पर चौथा स्थान लाकर विद्यालय का नाम भी उंचा किया है।लेकिन विद्यालय की सम्पत्ति पर स्थानीय कुछ लोगों की बुरी नजर पड़ गयी है।नतीजतन विद्यालय की 25 एकड़ जमीन महज कागजों पर ही सीमित होकर रह गयी है।
विद्यालय की जमीन को दबंग एवं हेराफेरी करने वाले लोग गलत तरीके से जमीन को दबंगों के हाथों बिक्री कर दिए हैं।उन्होंने आवेदन के साथ जमीन की रसीद संलग्न करते हुए मुख्यमंत्री,शिक्षा मंत्री,प्रमंडलीय आयुक्त मुंगेर, खगड़िया के जिलाधिकारी, अपर समाहर्ता,जिला शिक्षा पदाधिकारी और क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशक,मुंगेर को भी आवेदन प्रेषित किया है।
श्री पंत ने तमाम पदाधिकारियों से न केवल मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की मांग की है,बल्कि यह भी कहा है कि विद्यालय की जमीन को सुरक्षित किया जाय।बहरहाल,देखना दिलचस्प होगा कि मामले की जांच कर कब तक विधिसम्मत कार्रवाई होती है!!