एसडीएफ न्यूज ब्यूरो
खगड़िया।एक तरफ भारत के संविधान में जेल को सुधार गृह भी कहा जाता है,वहीं यातना गृह के नाम से चर्चित खगड़िया मंडल कारा अब कत्लगाह भी साबित हो रहा है।बीते दो महीने में जेल के अंदर दो कैदियों की मौत से जेल प्रशासन की कार्यशैली सवालों के घेरे में है।ऐसा इसलिए भी कि,इसके पूर्व भी मंडल कारा खगड़िया कई बंदियों की मौत का गवाह बन चुका है।उक्त बातें युवा शक्ति के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नागेंद्र सिंह त्यागी ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार को इशारा करते हुए कही।श्री त्यागी ने मंडल कारा खगड़िया के जेलर एवं कारा अधीक्षक के तानाशाही रवैए पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि यह पदाधिकारी जेल को कुबेर का भंडार समझ बैठे हैं।जो बंदी इन्हें मोटी रकम देता है,उसे हर सुविधाएं दी जाती है।दूसरी तरफ जो बंदी गरीबी के कारण नजराना नहीं दे सकता है,या जो बंदी जेल प्रशासन की गलत नीतियों का विरोध करता है,उसे या तो लाठी का शिकार होना पड़ता है या उसे जेल के अंदर मिलने वाली स्वास्थ्य सेवा से भी वंचित कर दिया जाता है।डरा सहमा बंदी जेल में रहते हुए वहां की भ्रष्टाचारी व्यवस्था के बारे में बोल भी नहीं पाता है।श्री त्यागी ने बीते दिन योगेंद्र मंडल नामक एक कैदी की मौत पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि एक तो जेल के अंदर ही उसकी मौत हो गई, दूसरी तरफ परिजन को बिना दिखाएं उसका पोस्टमार्टम करा दिया गया।उन्होंने कहा कि प्रशासन के मनमाने रवैया का आलम यह है कि मानवाधिकार जांच के नाम पर प्रशासन-प्रशासन की मिलीभगत से मामला को रफा-दफा कर दिया जाता है।
उन्होंने आक्रोशित लहजे में कहा कि,आज तक जितनी भी मौतें जेल के अंदर हुई है।स्पष्ट है कि,सभी की मौत अस्पताल ले जाने के क्रम में होने की बात कही गयी।लेकिन सच्चाई कुछ और है।श्री त्यागी ने जांच पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करते हुए कहा कि ‘चोर चोर मौसेरा भाई’तो जांच सही कहां से हो पाएगा।श्री त्यागी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया कि जेल प्रशासन के इस तरह के रवैये और अब तक हुई सभी बंदियों के मौत की जांच उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर कराएं।
उन्होंने यह भी कहा कि, किसी भी बंदी के मौत की जिम्मेदार प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से जेल प्रशासन होता है, इसलिए उस पर विधि सम्मत कानूनी कार्रवाई करते हुए सजा दिलवाई जाय।उन्होंने मुख्यमंत्री से मृतक बंदी के परिजन को पच्चीस लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की।श्री त्यागी ने खगड़िया जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि,यदि योगेंद्र मंडल सहित सभी मृतक बंदी को न्याय नहीं दिया गया तो पप्पू यादव के सिपाही चुप नहीं बैठेंगे और आर-पार की लड़ाई के लिए बाध्य होंगे।