एसडीएफ न्यूज ब्यूरो
खगड़िया।स्वतंत्र भारत में नरेन्द्र मोदी इकलौते ऐसे मुख्यमंत्री हुए,जिन्होंने सार्वजनिक स्थलों से अतिक्रमण हटाने के नाम पर बेरहमी के साथ मंदिरों को तोड़वाया।इतना ही नहीं,2018 में जब केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार थी,तब भी इस पर सहमति जताई गई और भाजपा शासित प्रदेश के पदाधिकारियों ने सक्षम न्यायालय में हलफनामा दायर कर अतिक्रमण हटाने के नाम पर मंदिरों के तोड़े जाने पर सहमति दी।उक्त बातें जदयू के खगड़िया जिलाध्यक्ष बबलू कुमार मंडल ने जिला मुख्यालय स्थित जदयू कार्यालय के कर्पूरी सभागार में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कही।जिला प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री एवं जदयू के जिला उपाध्यक्ष पंकज कुमार पटेल की मौजूदगी में गीता पर हाथ रखते हुए जदयू के जिला अध्यक्ष श्री मंडल ने नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भारत माता मंदिर को तोड़ा गया।यही नहीं,वहां 300 शिवलिंगों को भी तोड़ा गया।जिनमें 150 शिवलिंग अभी भी वहां के लंका थाने में ‘कैद’ हैं।इसी तरह गुजरात में मां अंबाजी मंदिर,राजेश्वरी माता मंदिर,पंचमुखी हनुमान मंदिर,चेहर माता मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों को तोड़ा गया।
उन्होंने कहा कि बिहार के पटना स्थित अशोक राजपथ पर बनी प्राचीन मां दुर्गा मंदिर को तोड़े जाने की सहमति भाजपा नेता और तत्कालीन पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने दी।जिला प्रशासन इस मंदिर को शीघ्र पुनर्स्थापित करेगी।उन्होंने केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र बेगूसराय में सिमरिया-खगड़िया परियोजना के तहत एनएच-31के आस-पास की कुल 15 मंदिरें तोड़े गयी।शायद यह बताने की जरुरत नहीं है कि उस सड़क के शिलान्यास कार्यक्रम में स्वयं गिरिराज सिंह भी मौजूद थे।जदयू जिला अध्यक्ष यही नहीं रुके।भजापा पर करारा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा का मंदिर तोड़ो अभियान राजस्थान, मध्यप्रदेश,दिल्ली,उत्तराखंड,कर्नाटक,असम जैसे राज्यों में भी चला।उन्होंने यह भी कहा कि वहीं,मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार का संस्कार हर धर्म को सम्मान देने का है।यहां राष्ट्रीय राजमार्ग से अतिक्रमण हटाने के दौरान जो भी मंदिर, मस्जिद,गुरुद्वारे या चर्च टूटे, उनके पुनर्स्थापन का कार्य या तो पूरा हो गया या चल रहा है।ये हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है।श्री मंडल ने बताया कि भाजपा के सांसद या विधायक ने पटना स्थित धार्मिक न्यास बोर्ड से निबंधित सिद्धपीठ बड़ी पटन देवी मंदिर के विकास के लिए सांसद या विधायक योजना से एक रुपए की भी अनुशंसा नहीं की।जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर जदयू के विधान पार्षदों क्रमशः ललन कुमार सर्राफ, संजय कुमार सिंह,रवीन्द्र प्रसाद सिंह,अफाक अहमद खान,संजय सिंह और प्रो. रामवचन राय ने कुल 7 करोड़ 75 लाख रुपए चहारदीवारी और अन्य विकासात्मक कार्य के लिए दिए।
गौरतलब है कि इनमें जदयू के नव मनोनीत विधान पार्षद अफाक अहमद खान ने एक करोड़ 50 लाख रुपए की अनुशंसा कर साझा संस्कृति का परिचय दिया,जो साधुवाद के पात्र हैं।बबलू कुमार मंडल ने अंत में कहा कि मैं ये सारी बातें पवित्र गीता पर हाथ रखकर पाक दिल से कह रहा हूं।भाजपा के नेताओं में अगर नैतिक बल है तो वो भी गीता पर हाथ रखकर इसका जवाब दें।उन्होंने कहा कि जदयू अभियान चलाकर भाजपा के नकली हिन्दुत्व के पाखंड का पर्दाफाश करेगी।