खगड़िया(श्रवण आकाश)।
बीते रविवार को गंगा नदी पर निर्माणाधीन अगुवानी-सुल्तानगंज पुल ध्वस्त होकर नदी में गिर जाने की खबर जानकर अगुवानी घाट पहुंचे जाप सुप्रीमो राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव धराशायी हुए अर्द्धनिर्मित पुल का मुआयना कर पुल निर्माण कंपनी और बीजेपी नेताओं पर जमकर बरसे।जाप सुप्रीमों ने कहा कि पिछले वर्ष भी पुल का कुछ भाग ढ़ह गया था।जिसकी जांच की बात कही गया थी, लेकिन अभी तक जांच नहीं हो सकी।पुल निर्माण कंपनी ने मंत्री और स्थानीय नेता को रुपया देकर मुंह बंद कर पुन: निर्माण कार्य शुरु कर दिया।उन्होंने कहा कि सिंगला कंपनी पर बीजेपी सरकार की काफी मेहरबानी रही है।सिंगला कंपनी के निर्माण कार्य में घोर अनियमितता रहने के बावजूद भी सरकार ने अधिकांश टेंडर उसे क्यों दिया!उन्होंने कहा कि पुल निगम विभाग के उच्चाधिकारी से लेकर संवेदक तक भ्रष्टाचार में संलिप्त है।अगुवानी-सुल्तानगंज पुल निर्माण कार्य में इंजीनियर, सुपरवाइज़र और मजदूर सहित अभी तक दर्जनों लोगों की मौत हुई।अभी तक मृतक के परिजन को कंपनी की ओर से न ही उचित मुआवजा मिला है और न ही सरकार की ओर से इसकी जांच कराई गई।पूर्व सांसद पप्पू यादव ने उक्त घटना की जांच उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस से कराने की मांग की और कहा कि इस पुल निर्माण में सभी घटिया मेटेरियल का इस्तेमाल किया गया है।स्टीमेट के अनुसार छड़ और गिट्टी का इस्तेमाल नहीं किया गया।मिट्टी मिलाकर बालू का उपयोग किया गया।स्थानीय नेता कंपनी का लठैत बन कर बैठ गए।लोग दबी जुबां से कंपनी के कुकृत्य का विरोध भी करते रहे।उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि,जब इतना घटिया तरीके से महासेतु का निर्माण कराया जाएगा तो उससे गुणवत्तापूर्ण कार्य की उम्मीद ही नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने आक्रोशित लहजे में कहा कि,कंपनी के इस कुकृत्य में सभी नेता बराबर के हिस्सेदार हैं।सिंगला कंपनी का कुकृत्य माफी के लायक नहीं है।इस कुकृत्य के लिए सिंगला कंपनी के मालिक को फांसी पर चढ़ा देना चाहिए।जाप प्रमुख ने सवाल खड़ा कर पूछा कि,क्या बिहार में किसी पुल पर चढ़ा जा सकता है या नहीं?मुंगेर पुल अभी-अभी बना है,लेकिन उस पर भी बड़ी वाहन का परिचालन डर के साथ किया जा रहा है।इस पुल का नाम भी खूनी पुल रख दिया जाय।अब लोग पुल पर चढ़ेंगे और कब क्या हो जाएगा,अनुमान लगाना भी मुश्किल हो जाएगा।उन्होंने पुल निर्माण में लगे सभी कंपनियों के कार्य की गुणवत्ता की जांच रुडकी से करवाने की मांग की।उन्होंने कहा कि, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय करें कि निर्माण कार्य कर रही कंपनी आगे काम करने योग्य है या नहीं।
उन्होंने कहा कि सिंगला कंपनी के मालिक और पुल निर्माण कार्य में लगे अधिकारी के मोबाइल की जांच हो,ताकि यह पता चले कि कौन-कौन नेता और अधिकारी से लगातार बात होती रही है।इससे सब स्पष्ट हो जाएगा कि पुल की राशि में बंदरबांट का हिस्सेदार कौन नेता और अधिकारी है।सरकार अविलंब सिंगला कंपनी के सारे काम को तत्काल बंद करे और बिहार में सिंगला कंपनी को कोई काम नहीं दिया जाए।सिंगला कंपनी को पूर्ण रुप से ब्लैक लिस्टेड कर सरकारी राशि की वसूली की जाय।उन्होंने कहा कि नेताओं और अधिकारियों ने पुल निगम को दुधारु गाय बनाकर अकूत पैसे अर्जित करने का जरिया बना लिया है।पुल निगम में जो भी सेक्रेट्री रहे हैं,उनकी संपत्ति की जांच सीबीआई से हो।पप्पू यादव ने उक्त पुल निर्माण के दौरान मौत के शिकार हुए कार्यरत लोग और आम पब्लिक को दस-दस लाख रुपया देने की मांग सरकार से की।इस अवसर पर युवा शक्ति के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नागेंद्र सिंह त्यागी,जाप के जिलाध्यक्ष कृष्णानंद यादव, जन अधिकार युवा परिषद के जिलाध्यक्ष अभय कुमार गुड्डू,जाप के प्रदेश सचिव गोपाल सिंह,युवा शक्ति के जिलाध्यक्ष मिथुन कुमार शर्मा,अजीत कुमार पप्पू, सतीश कुमार सिंह,गुड्डू सिंह,नीतीश कुमार यादव, रतन कुमार सिंह,अशोक पंत, जवाहर यादव,कविरंजन यादव,नीरज कुमार यादव, इंकू सिंह सहित सैकड़ों जाप नेता उपस्थित थे।