इरशाद अली/खगड़िया ब्यूरो
खगड़िया।इंसाफ मिलने की उम्मीदें जब टूटने लगी,तो खगड़िया के एसपी साहब से न्याय की गुहार लगाने गयी थी।एसपी साहब मेरी पूरी व्यथा सुने और मोरकाही के थानाध्यक्ष को कॉल कर सभी बात पूछे भी।लगता है कि,अब हमें न्याय मिल जाना तय है।यह अल्फाज उस अभागिन महिला की है,जो अपने लगभग 22वर्षीय पुत्र राहुल कुमार को खो चुकी हैं।
मुफ्फसिल थाना अंतर्गत नया टोला भदास निवासी इन्द्रदेव महतो की लगभग 45वर्षीया पत्नी नूनूवती देवी कहती हैं कि, बीते पांच जुलाई को उनका पुत्र राहुल कुमार घर से यह कहकर निकला था कि,मैं मोबाइल खरीदने बाजार जा रहा हूं।वह बाजार में ठेला रखकर उसमें लगाए गए ताला की चाभी भी पास ही रखता था।जब मेरा बेटा राहुल कुमार गांव के ही शिव मंदिर के पास पहुंचा तो भदास गांव निवासी अकलु साह का पुत्र चांद कुमार,मनोज राम का पुत्र अमरजीत राम,बैरागी महतो का पुत्र छोटू कुमार तथा सुभाष साह का पुत्र रंजन कुमार मेरे बेटे को कहीं ले जाकर मौत के घाट उतार दिया और उसके शव को मेरे बछौता स्थित मेरे डेरा के सामने लाकर रख दिया।
इधर,मैं अपने पुत्र की खोज करती रही।रात में जब अपने डेरा के पास वापस पहुंची तो मेरा पुत्र राहुल कुमार डेरा के पास मृत अवस्था में पड़ा था।उक्त मामले की जानकारी उसके द्वारा तत्काल मोरकाही थाना पुलिस को दी गयी।लेकिन उक्त जघन्य कांड में संलिप्त अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है और सभी नामित अपराधी न केवल खुलेआम खुलेआम घूम रहे हैं, बल्कि यह धमकी भी दे रहे हैं कि,किए गए केस को वापस कर लो,अन्यथा तुम्हें भी मौत के घाट उतार दूंगा।पीड़ित नुनुवती देवी के मुताबिक,मैं काफी भयभीत हूं।अभियुक्त गण कभी भी मेरे या मेरे परिवार जनों के साथ किसी अप्रिय घटना को अंजाम दे सकते हैं।
हालांकि,अपने बेटे को अपराधियों के हाथों गंवा चुकी महिला नूनूवती देवी ने यह जरुर कहा कि,उनकी पुकार एसपी साहब ने सुनी है।उन्होंने पुलिस पदाधिकारी को फोन कर बहुत कुछ कहा भी है।यकीन है कि, बहुत जल्द इंसाफ जरुर मिलेगा।बहरहाल, देखना दिलचस्प होगा कि,अपने बेटे के वियोग में बिलख रही नूनूवती देवी को इंसाफ मिलता है या अन्य कई मामलों की तरह यह मामला भी जमींदोज होकर रह जाता है!!