एसडीएफ न्यूज ब्यूरो
खगड़िया।ठगी के शिकार हुए पशु व्यवसायी के विरुद्ध ही प्राथमिकी दर्ज किए जाने से नाराज लोगों ने राजद जिला अध्यक्ष मनोहर कुमार यादव के नेतृत्व में आज जमकर बवाल काटा।आक्रोशित लोगों ने न केवल चित्रगुप्तनगर थाना का घेराव कर दिया,बल्कि चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष महानंद चौधरी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर थाना के सामने ही धरना पर बैठ गए।
हालांकि लगभग चार घंटे तक चित्रगुप्तनगर थाना का गेट जाम रहने के बाद एसडीपीओ सुमित कुमार ने दोषियों के विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई का भरोसा दिलाकर लोगों को शांत कराया।बताया जा रहा है कि 26 लाख रुपए की ठगी का शिकार हुए नगर थाना अंतर्गत कुतुबपुर निवासी पशु व्यवसायी मोहम्मद इमरान सहित अन्य पर अपहरण का मामला दर्ज कर दिया गया।इसी के विरोध आज रविवार को चित्रगुप्तनगर थाना के सामने 4 घंटे तक विरोध प्रदर्शन चलता रहा।
राजद के जिलाध्यक्ष मनोहर कुमार यादव,राजद नेता चंदन कुमार सिंह तथा जदयू नेता सह उप नगर सभापति प्रतिनिधि मोहम्मद शहाबुद्दीन के नेतृत्व में सैंकड़ों लोगों ने चित्रगुप्तनगर थाने का घेराव कर थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की।आक्रोशित लोगों का कहना था कि चित्रगुप्तनगर के थानाध्यक्ष महानंद चौधरी द्वारा ठग गिरोह के सरगना आदर्श नगर निवासी प्रकाश सिंह के पुत्र नीतीश कुमार को मदद पहुंचाने तथा ठगी के शिकार हुए युवक की बातों को दबाने के लिए अपहरण का झूठा मामला दर्ज कर लिया गया।इसके लिए ठग गिरोह के सरगना से चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष द्वारा मोटी रकम लेने का आरोप लगाते हुए राजद जिलाध्यक्ष मनोहर कुमार यादव ने कहा कि इस थानाध्यक्ष की कार्यशैली हमारी सरकार को बदनाम करने जैसी है।इसलिए ऐसे भाजपा के एजेंट कहे जाने वाले थानाध्यक्ष को अविलंब हटाते हुए एफआईआर दर्ज कर जेल भेजना चाहिए।
इधर,धरना प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही लाव लश्कर के साथ मौके पर पहुंचे एसडीपीओ सुमित कुमार,इंस्पेक्टर पवन कुमार सिंह,नगर थानाध्यक्ष विनोद सिंह,मुफस्सिल थानाध्यक्ष संजीव कुमार,मोरकाही थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार द्वारा आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया जाता रहा,लेकिन आक्रोशित लोगों का गुस्सा परवान चढ़ता गया।
आक्रोशित लोगों का कहना था कि जब तक एफआईआर दर्ज कर चित्रगुप्तनगर के थानाध्यक्ष को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता है,तब तक वह लोग किसी तरह के समझौते के लिए तैयार नहीं है।बाद में एसडीपीओ सुमित कुमार ने राजद जिलाध्यक्ष सहित अन्य नेताओं को वार्ता के लिए बुलाया।उधर नेताओं के साथ पुलिस पदाधिकारियों की वार्ता हो रही थी,इधर आक्रोशित लोग रह-रहकर पुलिस अधिकारी के प्रति नाराजगी प्रकट करते रहे।
करीब दो घंटे की वार्ता के बाद इस घटना के सभी गवाहों का बयान एसडीपीओ ने कलमबद्ध किया और अंत में ठगी के शिकार हुए कुतुबपुर निवासी मोहम्मद इमरान से एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन लिया।इधर, एसडीपीओ सुमित कुमार ने कहा कि पूरे मामले की गंभीरता पूर्वक जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।बहरहाल,यह मामले आज जिले में खासे सुर्खियों में रहा और लोग कुछ वर्ष पूर्व चित्रगुप्तनगर के तत्कालीन थानाध्यक्ष सुबोध पंडित के कारनामों को यादकर पुलिस को कोसते रहे।अब देखना दिलचस्प होगा कि एसडीपीओ द्वारा जांच के बाद कब और कौन सा कदम उठाया जाता है!!