इरशाद अली/खगड़िया ब्यूरो
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बीते रविवार को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए किया गया शिलान्यास 2014 के लिए चुनावी सपना है।उक्त बातें जदयू के जिला अध्यक्ष बबलू कुमार मंडल ने आज मंगलवार को जदयू कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान कही।उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते रविवार को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए जो शिलान्यास किया,वो 2014 का चुनावी सपना है।साल में दो करोड़ युवाओं को सरकारी नौकरी देने जैसा चुनावी जुमला है।श्री मंडल ने कहा कि देश वासियों की आंखों में धूल झोंकने के लिए षडयंत्र रचा जा रहा है।यहां तक कि इस शिलान्यास कार्यक्रम में पंडालों के निर्माण तथा लोगों को ढ़ोकर लाने में लाखों रुपये खर्च कर अपने राजनीतिक लाभ के लिए प्रचार कराया गया।इस प्रचार में जो भी रेलवे के अधिकारी शामिल रहे हैं, जब केंद्र में हमारी इंडिया गठबंधन की अगली सरकार बनेगी तो उन सभी रेलवे अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रेलवे को निजी कंपनियों के हाथों बेच रखे हैं।इतनी मोटी रकम खर्च कर स्टेशनों का जीर्णोद्धार करने के उपरांत स्टेशनों पर गरीब,मजदूर और ठेला पर चाट पकौड़े बेच कर जीवन यापन करने वाले लोगों को भगा दिया जाएगा।गरीब रोड पर आ जायेंगे।जिला अध्यक्ष ने कहा कि इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है कि बीएसएनएल के कर्मचारियों को वह सड़क पर लाकर खड़े कर दिये है।दूरसंचार ऑफिस दूसरे काम के लिए शिफ्ट किया जा रहा है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि नये संसद भवन का उद्घाटन तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी कर चुके हैं,परंतु उसमें प्रवेश वर्जित क्यों है? उस संसद भवन के आधा अधूरे काम का भेद छुपाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार के नौ साल के अंदर एक भी स्टेशन के विकास को लेकर कोई काम नहीं हुआ है।जब लोकसभा चुनाव सामने है तो आमजनों को दिग्भ्रमित व गुमराह करने के लिए नया शगूफा छोड़ने लगे हैं।कोरोना काल में सर्दी जुकाम से पीड़ित देश वासियों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के बजाय ताली और थाली पीटवाये। ऐसे झूठे,मक्कार और अंधविश्वासी पीएम के रहते देश कतई तरक्की नहीं कर सकता है।
जिला अध्यक्ष ने कहा कि सकारात्मक सोच के तहत इंडिया गठबंधन के घटक दल के नेताओं के नेतृत्व वाली सरकार में जितना भी भारत का विकास हुआ है, उसे पीएम नरेन्द्र मोदी की सरकार मिटाने के लिए जी जान लगा रही है और बात करते साकारात्मक सोच की।इससे बड़ा नाकारात्मक सोच का व्यक्ति शायद दुनिया में नहीं है।इन्हें भारत की नहीं,भाजपा की चिंता है।उन्हें इस बात की चिंता है कि भाजपा कैसे आर्थिक रूप से मजबूत हो,ताकि विपक्षी दल के विधायकों को खरीदा जा सके।आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी भारत के नहीं अपितु भाजपा के प्रधानमंत्री बनकर रह गये हैं।
उन्होंने चिराग पासवान के द्वारा कोशी महाविद्यालय मैदान में बीते रविवार को दिये गये भाषण का खण्डन करते हुए उन्हें नरेन्द्र मोदी जैसे मदारी का डमरु करार दिया।कहा कि इस डमरु को बजने से पहले बिहार के यशस्वी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में शिक्षा, चिकित्सा,सड़क,पुल पुलिया, बिजली,पेयजल सुविधा के साथ छात्र- युवाओं,किसान महिलाओं, अनुसूचित जाति, पिछड़ा, अल्पसंख्यक सहित सबों के हित में किये जा रहे कामों का आकलन कर लेना चाहिए।तब नीतीश कुमार के उपर अंगुली उठाना चाहिए।एनडीए के नेता ही नीतीश कुमार के कामों की प्रशंसा करते थकते नहीं हैं और इनका नकल करते हैं।खगड़िया समेत पूरे बिहार में कितने सुन्दर स्कूल- कॉलेज व अस्पताल बने हैं।छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलायी जा रही है।बिहार की बेटी और बेटा आईएएस-आईपीएस बन रहे हैं।न्याय के साथ सम्पूर्ण विकास हो रहा है।चिराग पासवान के शहरबन्नी तक सुगम यातायात के लिए सड़क और पुल भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही बनवाया।चिराग पासवान बतायें कि वे और उनके परिवार के सांसद-मंत्री पद पर रहने वाले लोग खासकर पासवान समाज को क्या दिये हैं,कुछ भी नहीं।प्रेसवार्ता के दौरान जदयू के जिला प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री,जिला उपाध्यक्ष राजकुमार फोगला,उमेश सिंह पटेल,कोषाध्यक्ष संदीप केडिया, जिला महासचिव प्रभाकर चौधरी उर्फ मंटून,सावन कुमार,मोहम्मद फिरदोस आलम,मोहम्मद मोइज उद्दीन,छात्र अध्यक्ष सिद्धांत कुमार छोटू ,राजेन्द्र सदा,अंगद कुमार,कमलकिशोर पटेल एवं राजीव कुमार ठाकुर आदि उपस्थित थे।