रेशु रंजन/खगड़िया
जिले के गोगरी थाना अंतर्गत पचहत्तर दियारा स्थित बिचली धार में स्नान करने के दौरान गंगा की उपधारा में समाए युवक का शव चौबीस घंटे के बाद एसडीआरएफ की टीम द्वारा बरामद कर लिया गया है।पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बावत खगड़िया सदर अस्पताल भेज दिया है।लगभग 22वर्षीय युवक का शव बरामद होने के बाद से उसके परिजनों के बीच हाय तौबा मची है।उसके माता-पिता सहित तमाम परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल और गांव-कस्बे में मातमी सन्नाटा पसर गया है।
बताया जा रहा है कि परबत्ता थाना अंतर्गत हरिणमार लगार स्थित अपने घर से रक्षाबंधन के अवसर पर अपनी मां के साथ बुधवार को गोगरी थाना अंतर्गत कटघरा स्थित ननिहाल आया विभूति साह का लगभग 22वर्षीय पुत्र ब्रजेश कुमार पचहत्तर दियारा स्थित गंगा की उपधारा कहे जाने वाले बिचली धार में गुरुवार को स्नान करने के दौरान डूब गया था।वह अपनी बहन से राखी बंधाता,इससे पहले ही वह स्नान करने के क्रम में बिचली धार में समा गया था।
गुरुवार से स्थानीय लोगों सहित एसडीआरएफ की टीम उसे बाढ़ के पानी में तलाश कर रही थी।लेकिन उसका कोई अता-पता नहीं मिल रहा था।नदी को काफी खंगालने के बाद युवक की लाश मिली।स्थानीय लोगों का कहना है कि बुधवार को रक्षाबंधन के अवसर पर ननिहाल आया युवक बीते गुरुवार की सुबह अपने मामा के साथ जमालपुर बाजार में सामानों की खररीदगी कर वापस कटघरा आ रहा था।इसी बीच उसे क्या सुझा कि,वह रास्ते में ही बिचली धार के निकट बाढ़ के पानी में स्नान करने चला गया था।
लेक़िन स्नान करते-करते वह अत्यधिक पानी में चला गया और लापता हो गया।बिचली धार के समीप स्नान कर रहे कई लोगों ने युवक को डूबते हुए देखा,लेकिन कोई बचा नहीं सका।हालांकि आस-पास के लोगों ने उसे बचाने का काफी प्रयास किया था।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे पंचायत समिति सदस्य अशोक कुमार पंत के साथ-साथ अन्य जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों को बिचली धार के पास मौजूद लोगों ने पूरा वाक्या सुनाया।ग्रामीणों द्वारा दी गयी सूचना पर अंचलाधिकारी रंजन कुमार,थानाध्यक्ष रंजीत कुमार आदि भी घटनास्थल पर पहुंच गए और एसडीआरएफ एवं स्थानीय लोगों की मदद से युवक की खोज बीन शरु कर दी गई थी,लेकिन काफ़ी खोज बीन क़े बाद भी गुरुवार को उसका शव नहीं मिल सका था।आज शुक्रवार को शव बरामद किया गया।
मौत के शिकार हुए युवक के बारे में ग्रामीणों ने बताया कि इंटर तक की पढाई कर युवक किसी प्राईवेट कम्पनी में काम करता था।रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर मां के साथ ननिहाल आया था।वह दो भाई और एक बहन था।बहरहाल,घटना के बाद से युवक के ननिहाल सहित पूरे घर परिवार में रक्षाबंधन की खुशियां मातम में बदल गयी है।