रेशु रंजन/खगड़िया
अगर लोगों में जज्बा हो और कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो बड़ी से बड़ी मंजिल भी पायी जा सकती है।इस बात को सच कर दिखाया है खगड़िया जिले के सात हुनरमंद शिक्षकों ने।सातों कर्मवीर शिक्षकों ने रविवार को टीबीटी अवार्ड 2023 समारोह स्थल अर्थात पटना के एएन कॉलेज के सभागार में अपना जलवा बिखेर कर दर्शकों का मन मोह लिया।विजेता शिक्षकों में से उत्क्रमित हाई स्कूल सोनडीहा की एक शिक्षिका अमृता प्रीतम ने बताया कि वैसे तो हम सभी शिक्षक अपने-अपने विद्यालय में नित्य प्रतिदिन नए नए इनोवेशन, सह शैक्षिक गतिविधि सहित कई प्रकार के नवाचार का प्रयोग कर जिस तरह बच्चों को पढ़ाते हैं, इससे सिर्फ मेरे कक्षा कक्ष और स्कूल के बच्चे ही लाभान्वित हो पाते हैं।लेकिन कर्मवीर व्यख्याता डॉ0 गौरव कुमार के द्वारा द बिहार टीचर हिस्ट्री मेकर,टीबीटी मेरा मोबाइल,मेरी शिक्षा जैसे बड़े प्लेटफॉर्म को तैयार कर उनके दिशा निर्देश में हमलोगों ने जिला मोटिवेटर रजनी कुमारी तथा एसिस्टेंट मोटिवेटर दिनेश कुमार सिंह के सहयोग से अपने विद्यालय की गतिविधि का वीडियो क्लिप,ऑडियो आदि 25 विषयों में ब्लॉग तैयार कर यूट्यूब,फेसबुक अन्य चैनलों पर डालते रहे।
जिससे दूर बैठे छात्र/छात्राएं भी निःशुल्क ऑनलाइन जुड़कर लाभान्वित होते रहे।बिहार के 38 जिले के शिक्षक पूरे साल अपने शैक्षणिक वीडियो,प्रशिक्षण, छात्रोपयोगी सामग्री निःशुल्क ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराते रहे।इसके लिये रविवार को जिले के सभी सात शिक्षकों को टीबीटी अवार्ड 10 सितंबर को पटना के अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज के सभागार में राज्य शिक्षाविदों और उच्च पदस्थ शिक्षा पदाधिकारियों की उपस्थिति में दिया गया।अपने कठिन मेहनत के बल पर अवार्ड पाने वाले शिक्षकों ने बताया कि बहुत अच्छा महसूस हो रहा है।इस अवसर पर खगड़िया जिला के शिक्षकों ने लोक नृत्य जाट-जटिन का भी सफल मंचन किया।परंपरागत परिधान में सजी महिला शिक्षिका बरबस ही लोक कला की झलक दिखला रही थी।
प्राथमिक स्कूल तांती टोला बभनगामा के शिक्षक शशिकांत कुमार,मिडिल स्कूल बोबिल अनुसूचित बेलदौर के शिक्षक संजीव कुमार,प्राथमिक स्कूल कुंजहारा बेलदौर की शिक्षिका रजनी कुमारी,उत्क्रमित हाई स्कूल सकरोहर बेलदौर की शिक्षिका प्रियंका कुमारी और प्राथमिक स्कूल धरक्का सिंह बासा बेलदौर की शिक्षिका रूपम कुमारी ने ये उपलब्धि हासिल कर जिले का नाम रौशन किया है।हालांकि चयनित शिक्षिका सुनयना कुमारी अवार्ड कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाई।इधर स्थानीय शिक्षाविद् सकीचन्द सिंह,डॉ0 सुरेश सिंह आदि ने सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि एक तरफ सरकार जहां शिक्षकों को जांच के नाम पर जलील कर रही है।कह रही है सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती है।वहीं इस प्रकार का अवार्ड ये बताने के लिए काफी है कि विद्यालयों में आज भी पढ़ाई होती है।