इरशाद अली/खगड़िया ब्यूरो
कोरोना काल में कई लोगों की जान बचाने वाले जिले के गोगरी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत गोगरी पंचायत स्थित वार्ड नंबर चार निवासी सुप्रसिद्ध वैद्य जीवनंदन मिश्रा दुनिया को अलविदा कह गए।गुरुवार को उनका निधन उनके आवास पर हो जाने की खबर मिलते ही चारों तरफ शोक की लहर दौर गयी।लगभग 93 वर्षीय वैद्य जीवनंदन मिश्रा की कोरोना काल में समाज के प्रति अतुलनीय भूमिका रही।वे लोगों को कोरोना से बचकर रहने की नसीहत तो देते ही थे,साथ ही कई लोगों को तुलसी सहित अन्य जड़ी बूटियों का काढ़ा पीने को कहते थे।कई बार तो ज्यादा कुछ होने पर स्वयं भी लोगों को काढ़ा बना कर देते रहते थे।
उनके बारे में उक्त वार्ड के पंच सदस्य डॉ सुभाष चंद्र मिश्रा ने बताया कि वे एक ऐसे आयुर्वेदिक चिकित्सक (वैद्य) थे कि उन्हें किसी को आला लगाने की जरूरत ही नही पड़ती थी।सिर्फ लोगों का नब्ज टटोलकर ही बता देते थे कि फलाना रोग है और उस रोग का फलाना इलाज है।उन्हें जड़ी बूटियों का इतना ज्ञान था कि यदि किसी को एक बार वो जड़ी बूटियों से बनी दवा बना कर दे देते थे तो वो व्यक्ति एक दम चंगा हो जाता था।उनके पास खगड़िया जिले के विभिन्न क्षेत्रों सहित आलमबजार आदि क्षेत्र के लोग भी आते रहते थे।उनके निधन से गोगरी सहित आसपास के क्षेत्र को अपूरणीय क्षति हुई है।जिसकी भरपाई करना बहुत मुश्किल है।
इधर उनके निधन से मर्माहत गोगरी पंचायत की मुखिया रीता देवी,पूर्व मुखिया वकील यादव,सेवानिवृत शिक्षक विकास चंद्र मिश्रा,जनार्दन मंडल,वार्ड नंबर चार की वार्ड सदस्य ममता उपाध्याय,मनोज मिश्रा उर्फ नेताजी,समाजसेवी राजीव मिश्रा, तरुण मिश्रा उर्फ बिक्कू,विक्रम उपाध्याय, राकू उपाध्याय सहित सैकड़ों लोगो ने दुःख व्यक्त किया है।