प्रवीण कुमार प्रियांशु/खगड़िया
जिले में विभिन्न सरकारी स्कूलों के प्रधान शिक्षकों तथा सहायक शिक्षकों को जिला शिक्षा पदाधिकारी कृष्ण मोहन ठाकुर द्वारा पहले प्रमोशन दिया गया और फिर विद्यालय आवंटन के नाम पर उगाही किए जाने की बात कही जा रही है।बताया जा रहा है कि भारी भरकम उगाही यथावत रखने के लिए की गयी है।ऐसे में सबसे बड़ा यह सवाल उठता है कि क्या विद्यालयों को अब बिना प्रधान के ही रहना होगा या फिर यथावत रहने के लिए जिन-जिन शिक्षकों ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है,क्या वह भविष्य में कभी भी इस पद के लिए दावेदार नहीं होंगे!जिन शिक्षकों ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है,क्या उन्होंने सक्षम प्राधिकार अर्थात मेडिकल बोर्ड का सर्टिफिकेट पेश किया है!यदि नहीं तो मान कैसे लिया गया?यदि यह लोग शारीरिक रूप से अस्वस्थ हैं तो मूल विद्यालय में शिक्षण कार्य कैसे करेंगे?सबसे बड़ा सोचनीय सवाल यह है कि एक साथ इतना सारा टंकण भूल कैसे हो गया?कहीं यह पूर्व नियोजित तो नहीं है?यदि नहीं तो फिर इतने सारे भूल करने वाले इन बाबुओं को पुरस्कार मिलना चाहिए।इन सारे सवालों का जवाब अब शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए दिन रात मेहनत करने वाले शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव,बिहार ही दे पाएंगे।
विभागीय लोगों का ही कहना है कि,एक तरफ अपर मुख्य सचिव पाठक साहब दिन-रात शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए तत्पर हैं,वहीं दूसरी ओर खगड़िया का शिक्षा विभाग उनके प्रयासों को पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहा है।गौरतलब हो कि खगड़िया जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा एक कार्यालय आदेश शुद्धि पत्र जारी किया गया है,जिसमें लिखा है कि राजकीकृत प्रारंभिक विद्यालयों में छात्रों को बेहतर शिक्षा देने एवं विद्यालय का प्रशासनिक ढ़ांचा सुदृढ़ करने के परिपेक्ष्य में निदेशक,प्राथमिक शिक्षा,शिक्षा विभाग,बिहार,पटना के संकल्प संख्या -07/प्रो0-03/2023-1548 दिनांक 05.09.2023 के आलोक में जिला अन्तर्गत राजकीयकृत मध्य विद्यालयों में पदस्थापित स्नातकोत्तर योग्यताधारी स्नातक (प्रशिक्षित )शिक्षक / स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों को अपने ही वेतनमान में जिला अन्तर्गत प्रधानाध्यापक के पद हेतु उपलब्ध रिक्ति के सापेक्ष पूर्णकालिक रूप से उक्त के नाम के सामने अंकित विद्यालय में प्रधानाध्यापक पद के निहित कार्य करने हेतु कार्यालय ज्ञापांक 2164 दिनांक 15.09.2023 द्वारा पदस्थापित किया गया था।उक्त को निम्नांकित रूप से संशोधित किया जाता है-जिसमें 👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 14 पर अंकित उमेश कुमार स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक मध्य विद्यालय अगुवानी- 2 को प्रधानाध्यापक पद के निहित कार्य करने हेतु पूर्णकालिक रूप से टंकण भूलवश मध्य विद्यालय गोढ़ियासी तेमथा परबत्ता में पदस्थापित किया गया था।उक्त आदेश को संशोधित करते हुए मध्य विद्यालय अगुवानी-2 परबत्ता किया जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 18 पर अंकित श्री मुकेश कुमार चौधरी,स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक,मध्य विद्यालय सौढ़ परबत्ता द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक,कन्या मध्य विद्यालय मथुरापुर परबत्ता के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 19 पर अंकित श्री सुनील कुमार पासवान,मध्य विद्यालय कोलवारा परबत्ता को प्रधानाध्यापक पद के निहित कार्य करने हेतु पूर्णकालिक रूप से टंकण भूलवश मध्य विद्यालय अररिया परबत्ता में पदस्थापित किया गया था।उक्त को संशोधित करते हुए मध्य विद्यालय खजरैठा नयाटोला, परबत्ता किया जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 20 पर अंकित श्री मनोज कुमार रंजन,स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक,मध्य विद्यालय कोलवारा, परबत्ता द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक,मध्य विद्यालय भोरकाठ परबत्ता के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 21 पर अंकित श्री वेदानंद गोस्वामी,स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक,मध्य विद्यालय परबत्ता द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक,मध्य मकतब भरतखंड परबत्ता के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 23 पर अंकित श्री कैलाश दास, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय केड़िया, परबत्ता को प्रधानाध्यापक पद के निहित कार्य करने हेतु पूर्णकालिक रूप से टंकण भूलवश मध्य विद्यालय बलहा, परबत्ता में पदस्थापित किया गया था। उक्त को संशोधित करते हुए मध्य विद्यालय तेहाय परबत्ता किया जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 26 पर अंकित श्रीमती सुप्रिया सुषमा तिर्की, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षिका, मध्य विद्यालय कोठिया, खगड़िया द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक, मध्य विद्यालय मथार, खगड़िया के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 27 पर अंकित श्री कृष्ण कुमार समदर्शी, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय रामचन्द्रा, खगड़िया को प्रधानाध्यापक पद के निहित कार्य करने हेतु
पूर्णकालिक रूप से टंकण भूलवश मध्य विद्यालय मुशहरियाडीह, अलौली में पदस्थापित किया गया था। उक्त को संशोधित करते हुए मध्य मकतब करूआ चौथम किया जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 33 पर अंकित मनोज कुमार, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय हाजीपुर उत्तर खगडिया द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक, मध्य विद्यालय राजधाम महेशखूँट गोगरी के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 34 पर अंकित अभय कुमार यादव, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, आर्य कन्या मध्य विद्यालय, खगड़िया द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक, मध्य विद्यालय सैदपुर मानसी के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 35 पर अंकित श्री चन्द्रशेखर पासवान, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, अरूण मध्य विद्यालय खगड़िया द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक मध्य विद्यालय गिद्धा अलौली के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 37 पर अंकित श्री प्रमोद कुमार, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, दयानंद सरस्वती मध्य विद्यालय खगड़िया द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक, मध्य विद्यालय भिखारीघाट, अलौली के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 38 पर अंकित श्री विवेकानंद चौरसिया, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय मथुरापुर, खगड़िया द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक, मध्य विद्यालय दुवियाही अलौली के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 39 पर अंकित श्रीमती अम्बिका कुमारी, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय दानटोला, खगड़िया द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक, मध्य विद्यालय लक्ष्मीनियाँ उत्तर गोगरी के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 40 पर अंकित श्री चन्द्रशेखर आजाद, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय चन्द्रनगर खगड़िया द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक, मध्य विद्यालय रामपुर अलौली के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 42 पर अंकित मो० अताउल हक, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, उर्दू मध्य विद्यालय माड़र खगड़िया द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक, मध्य विद्यालय मंडावारी अलौली के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 43 पर अंकित श्री अजय कुमार स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, श्री रामचरण मध्य विद्यालय भदास, खगड़िया द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक, मध्य विद्यालय औरा, अलौली के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 45 पर अंकित श्री नीरज, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय दानटोला, खगड़िया को प्रधानाध्यापक पद के निहित कार्य करने हेतु पूर्णकालिक रूप से टंकण भूलवश मध्य विद्यालय थरुआटोला, अलौली में पदस्थापित किया गया था। उक्त को संशोधित करते हुए मध्य विद्यालय मनरूपा, अलौली किया जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक 47 पर अंकित श्री उमाकांत भारती, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय हाजीपुर आवासबोर्ड, खगड़िया का नाम टंकण भूलवश मध्य विद्यालय आवासबोर्ड, खगड़िया अंकित हो गया था, जिसे संशोधित रूप में मध्य विद्यालय हाजीपुर आवासबोर्ड, खगड़िया पढ़ा जाय।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 49 पर अंकित श्री कृष्णदेव प्रसाद सिंह, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय जलकौड़ा खगड़िया को प्रधानाध्यापक पद के निहित कार्य करने हेतु पूर्णकालिक रूप से टंकण भूलवश मध्य विद्यालय रौन 01 अलौली में पदस्थापित किया गया था। उक्त को संशोधित करते हुए मध्य विद्यालय सोनिहार अलौली किया जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 52 पर अंकित श्री रामप्रवेश रजक, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक,मध्य विद्यालय मानसी द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक, मध्य विद्यालय राजाजान उत्तर मानसी के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।श्री दिनेश कुमार, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय पश्चिमी सैदपुर मानसी खगड़िया द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन के आलोक में उक्त को प्रधानाध्यापक पद के निहित कार्य करने हेतु पूर्णकालिक रूप से मध्य विद्यालय सैदपुर, मानसी में पदस्थापित किया जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 79 पर अंकित श्री श्यामल किशोर, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक,मध्य विद्यालय राजधाम महेशखूँट गोगरी द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक, मध्य विद्यालय रब्बी बाड़ी गोगरी के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 81 पर अंकित श्रीमती मीना कुमारी, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षिका तारा मध्य विद्यालय गोगरी द्वारा प्राप्त अभ्यावेदन यथा शारीरिक अस्वस्थ्यता के परिपेक्ष्य में उक्त को प्रधानाध्यापक, मध्य विद्यालय शिशवा, गोगरी के निहित कार्य से विमुक्त करते हुए मूल विद्यालय में यथावत रखा जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 83 पर अंकित श्री राम नरेश सिंह, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय अम्बा – ईचरूआ, अलौली को प्रधानाध्यापक पद के निहित कार्य करने हेतु पूर्णकालिक रूप से टंकण भूलवश मध्य विद्यालय मनरूपा, अलौली में पदस्थापित किया गया था। उक्त को संशोधित करते हुए मध्य विद्यालय, थरुआटोला अलौली किया जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 85 पर अंकित श्री देवेन्द्र सदा स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय मुशहरियाडीह अलौली को प्रधानाध्यापक पद के निहित कार्य करने हेतु पूर्णकालिक रूप से टंकण भूलवश मध्य विद्यालय शहरबन्नी अलौली में पदस्थापित किया गया था। उक्त को संशोधित करते हुए मध्य विद्यालय कमला गम्हरिया अलौली किया जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 88 पर अंकित श्री फुलचन्द सदा, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय रटनाहा धिमकी अलौली को प्रधानाध्यापक पद के निहित कार्य करने हेतु पूर्णकालिक रूप से टंकण भूलवश मध्य विद्यालय दहमा, अलौली में पदस्थापित किया गया था। उक्त को संशोधित करते हुए मध्य विद्यालय पोखरा, अलौली किया जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 87 पर अंकित श्री संजय कुमार स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय डीहसंझौती, अलौली को प्रधानाध्यापक पद के निहित कार्य करने हेतु पूर्णकालिक रूप से टंकण भूलवश मध्य विद्यालय मछड़ा अलौली में पदस्थापित किया गया था। उक्त को संशोधित करते हुए मध्य विद्यालय रामपुर अलौली किया जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 92 पर अंकित श्री उदयचन्द्र प्रताप सिंह, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय बड़ियाही अलौली को प्रधानाध्यापक पद के निहित कार्य करने हेतु पूर्णकालिक रूप से टंकण भूलवश मध्य विद्यालय मारनडीह अलौली में पदस्थापित किया गया था। उक्त को संशोधित करते हुए मध्य विद्यालय बड़ियाही, अलौली किया जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 95 पर अंकित श्री अजय कुमार स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय मुशहरियाडीह, अलौली को प्रधानाध्यापक पद के निहित कार्य करने हेतु पूर्णकालिक रूप से टंकण भूलवश मध्य विद्यालय इमली अलौली में पदस्थापित किया गया था। उक्त को संशोधित करते हुए मध्य विद्यालय मंझवारी अलौली किया जाता है।
👉🏻पदस्थापन आदेश क्रमांक संख्या 96 पर अंकित श्री दिवाकर कुमार, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, मध्य विद्यालय सोनमनकी अलौली के द्वारा अपने मूल विद्यालय से लगातार बिना सूचना अनुपस्थित रहने के परिपेक्ष्य में प्रधानाध्यापक पद के पूर्णकालिक कार्य हेतु पदस्थापित विद्यालय मध्य विद्यालय बड़ियाही अलौली से विमुक्त किया जाता है।कार्यालय ज्ञापांक- 2164, दिनांक- 15.09.2023 को यथा संशोधित किया जाता है।शेष शर्ते यथावत रहेगी।लिखा है।ऐसे में उपर्युक्त सभी पदस्थापन आदेशों को देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस पदस्थापन के खेला में खगड़िया शिक्षा विभाग कितना मालामाल हुए होंगे।क्योंकि इन सभी आदेशों में ज्यादातर टंकण और भुलवश तथा अस्वस्थ होने का हवाला दिया गया है।ऐसे में क्या खगड़िया में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की कल्पना की जा सकती है?? सोचनीय विषय है।इस मामले में खगड़िया जिला शिक्षा पदाधिकारी से बात कर पूछताछ करने का प्रयास किया गया।उनके मोबाइल की घंटी बजती रही,लेकिन साहब फोन उठाना मुनासिब नहीं समझे।वहीं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना ने बताया कि वे इस संबंध में कुछ भी नहीं बता सकते हैं।विभाग का जो आदेश मिला है,उस अनुसार कार्य किया गया।इससे ज्यादा वे ब्यान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं।ऐसे में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को ऐसे भ्रष्ट डीईओ पर अपने स्तर से जांच-पड़ताल कर उचित विभागीय कारवाई करने की आवश्यकता है।अन्यथा खगड़िया की शिक्षा व्यवस्था चौपट हो जाएगी।