रेशु रंजन/खगड़िया
जिले के बेलदौर थाना क्षेत्र से महज तीन वर्षीय एक बालक के अपहरण का मामला सामने आ रहा है।घटना का वास्तविक कारण क्या है,यह तो पुलिसिया जांच का विषय है।लेकिन कहा जा रहा है कि,पूर्व की रंजिश के कारण घटना को अंजाम दिया गया है।इस संदर्भ में अपहृत बताए जा रहे बालक की दादी द्वारा दिए गए आवेदन के आलोक में थानाध्यक्ष द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की पड़ताल शुरु कर दी गयी है।तरह-तरह की चर्चाओं के बीच परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
थाना क्षेत्र अंतर्गत दंदरोजा गांव निवासी गांव निवासी विलास शर्मा की लगभग 55 वर्षीय पत्नी रेणु देवी द्वारा बेलदौर थाना अध्यक्ष को आवेदन देकर कहा गया है कि बीते शनिवार की संध्या करीब सात बजे वह अपने पोते सिद्धांत कुमार के साथ बघरा जाने वाली प्रधानमंत्री ग्रामीण पथ के किनारे शौच करने गयी थी,तभी दो बाइक सवार उसे अपनी मोटरसाइकिल पर बिठाकर चलते बने।पोते के अपहरण की बात बताते हुए रेणु देवी ने कहा कि, वह अपने पोते के साथ-साथ अन्य तीन महिलाओं के साथ सड़क किनारे शौच कर रही थी।इसी दौरान बघरा गांव की ओर से दो मोटरसाइकिल सवार युवक दंदरोजा गांव की ओर गए।लेकिन कुछ ही क्षणों के बाद बघरा गांव की ओर वापस लौटे और मेरे पोते का अपहरण कर लिया।सिद्धार्थ को मोटरसाइकिल सवार ने अपनी बाइक बैठाया और बघरा गांव की ओर लेकर चलते बने।
सिद्धांत की दादी ने इस मामले में हीरालाल शर्मा के पुत्र प्रिंस कुमार,योगी शर्मा के पुत्र जयजय राम शर्मा तथा एतवारी शर्मा के पुत्र शंभू शर्मा को नामजद आरोपी बनाया है।
इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना अध्यक्ष परेंद्र कुमार ने घटनास्थल पर पहुंचकर न केवल मामले की छानबीन की है,बल्कि चार लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ करने में भी जुट गए है।दूसरी तरफ ग्रामीणों के द्वारा दबी जुबां में कहा जा रहा है कि हीरा शर्मा हत्याकांड मामले में 17 अक्टूबर को न्यायालय में गवाही होने वाली है।जिसके कारण उक्त घटना को अंजाम दिया गया है।बहरहाल,महज तीन वर्षीय बालक के अपहरण मामले को लेकर इलाके में तरह- तरह की चर्चा है और हर चौक-चौराहे पर सभी कोई एक दूसरे से पूछ रहे हैं कि,महज तीन वर्षीय बालक का अपहरण आखिर क्यों किया गया है!