इरशाद अली/खगड़िया ब्यूरो
शिक्षा से भटक कर गलत राह में जा रहे नवयुवकों को संभालने की कोशिश जिले के पसराहा थाना क्षेत्र में शुरु हो गयी है।पसराहा थाना क्षेत्र अंतर्गत महद्दीपुर पंचायत के सैकडों ग्रामीणों ने झंझरा स्थित छोटी मठ के प्रांगण में न केवल बैठक की,बल्कि बच्चों में सुधार लाने के लिए एक कमिटी का गठन भी किया।सेवानिवृत शिक्षक राजेश्वर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कमिटी का गठन करते हुए कई लोगों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गयी है।
सामाजिक चेतना समिति नामक गठित कमिटी का पूर्व मुखिया राजेंद्र सिंह को जहां सर्वसम्मति से अध्यक्ष बनाया गया,वहीं कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी दिवाकर शर्मा को दी गयी।इसी तरह रसिक सिंह को उपाध्यक्ष बनाते हुए सुबोध सिंह,सहिंद्र सिंह,शिव मंडल,केयू खां,नगीना सिंह व संजय तिवारी को महासचिव,राजो शर्मा को सचिव, श्रवण कुमार को उपसचिव, अध्यनांद मेहता व घनश्याम पटेल को संयुक्त सचिव,प्रसाद सिंह को संयोजक,जवाहर सिंह,पंकज सिंह,रंजीत सक्सेना,श्रीकांत सिंह,छब्बू सिंह,गुड्डू चौरसिया व अमन कुमार सिंह को व्यवस्थापक और फूदो प्रसाद तिवारी को कोषाध्यक्ष बनाया गया है।
कमिटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे पंचायत के नवयुवक व बच्चे शिक्षा से भटक कर गलत काम की ओर ध्यान दे रहे हैं।ऐसे में गार्जियन को अपने बच्चों पर ध्यान रखने की जरूरत है।इस उम्र में नवयुवक स्मैक,कोडीन युक्त कफ सिरप जैसे नशा का शिकार हो चुके हैं।उनके सोचने की क्षमता कम होती जा रही है।पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अमन कुमार सिंह ने कहा कि गठित की गई कमिटी के स्तर से लोगों को जागरूक किया जाय।चौक चौराहों पर चाय दुकान,पान दुकानदार से लेकर कुछ मेडिकल स्टोर से भी गांजा,कोडीन युक्त कफ सिरप बेचा रहा है।जिससे कम उम्र के बच्चों को इसकी लत लग चुकी है।इस पर प्रतिबंध लगाया जाय।
बहरहाल,ग्रामीणों द्वारा बनायी गयी कमिटी के द्वारा इस तरह पहल करना कितना असरदायक होगा,यह तो देखने वाली बात होगी।लेकिन अगर सभी गांव-कस्बे में इस तरह से अगर पहल की जाय तो सार्थक परिणाम आना तय है।