इरशाद अली/खगड़िया ब्यूरो
जद (यू)जिला कार्यालय में आज शुक्रवार अर्थात 4अगस्त को जिला अध्यक्ष बबलू कुमार मंडल ने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में जदयू के पुराने साथी पंकज कुमार पटेल को जिला उपाध्यक्ष तथा मोहम्मद फिरदोस आलम को जिला महासचिव पद का मनोनयन पत्र सौंपने के उपरांत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी उन्माद की राजनीति करके आपने प्रधानमंत्री का पद तो प्राप्त कर लिया,लेकिन आपके स्वभाव व भाषा ने राजनीतिक मर्यादा को तार-तार कर दिया।आप राजनीति में ऐसे विरले निकले, जिन्होंने उस दौर को नहीं देखा था,जब आपकी पार्टी भाजपा राजनीतिक रुप से अछूत थी।उस समय श्रद्धेय जॉर्ज फर्नांडीस और यशस्वी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में समता पार्टी ने आपके साथ गठबंधन किया था ।
पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि आपको इसलिए स्मरण नहीं होगा,क्योंकि आप अटल जी का अपमान करने की वंश परंपरा के द्योतक हैं।श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी और एलके आडवाणी जी के नेतृत्व में भाजपा ने समता पार्टी के साथ गठबंधन किया।अटल जी ने आपको राजधर्म याद करवाया, इसलिए आप उनका अपमान कर रहे हैं और उनके फैसले पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आपको स्मरण नहीं है कि 2010 में अकेले जदयू सरकार बनाने की स्थिति में थी, लेकिन हमारे नेता नीतीश कुमार जी ने गठबंधन धर्म का पालन कर समान हिस्सेदारी पर सरकार चलाया।2015 में प्रधानमंत्री जी ने बिहार विधान सभा के चुनाव में 43 आम सभाएं की,लेकिन भारतीय जनता पार्टी महज 53 सीटें हीं जीत पाई,जो आपके राजनीतिक प्रभाव को दर्शाता है ।
जिला अध्यक्ष ने कहा कि 2015 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन बना और आप बैरंग वापस लौट गए।सच तो यह है कि आप 2017 में प्रायोजित राजनीतिक परिस्थिति पैदा किए।भाजपा के नेता नीतीश कुमार के राजनीतिक द्वार पर नतमस्तक हुए और 2017 में फिर से गठबंधन बना।देश के राजनीतिक इतिहास में संभवतः पहली बार ऐसा हुआ होगा कि भाजपा ने नीतीश कुमार के सामने अपने विधायक दल का नेता चुना और सुशील कुमार मोदी जी को हटा दिया।जदयू नेता के राजनीतिक दरवाजे पर अपने विधायक दल का नेता चुना जाना भाजपा की कमजोरी को दर्शाता है।
जिला अध्यक्ष ने सवालिया लहजे में कहा कि भाजपा तो राजनीतिक पिछलग्गू रही है,अब अगुआ कहां से बनने लगी?मौके पर जदयू प्रवक्ता अरविन्द मोहन व आचार्य राकेश पासवान शास्त्री आदि उपस्थित थे।