पटना:वैशाली लोकसभा के बाहुबली प्रत्याशी मुन्ना शुक्ला मुश्किल में फंस गए हैं।बताया जा रहा है कि लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल की टिकट पर वैशाली लोकसभा के दंगल में कूदे मुन्ना शुक्ला के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस उन्हें कभी भी गिरफ्तार कर सकती है।हालांकि गिरफ्तारी से बचने के लिए उनके पास हाई कोर्ट जाने का रास्ता खुला हुआ है।
लेकिन,जमीन कब्जा करने के एक मामले में निचली अदालत द्वारा उनकी अग्रिम जमानत की याचिका को खारिज किए जाने के बाद उनके समर्थक भयाक्रांत हैं और उनका कहना है कि सरकार की शह पर स्थानीय पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के मामले में जल्दबाजी दिखा सकती है।वैसे कहा जा रहा है कि अभी तक गिरफ्तारी वारंट के लिए पुलिस के द्वारा जज के समक्ष अर्जी नहीं लगायी गयी है।हालांकि लोकसभा चुनाव के मौके पर मुन्ना शुक्ला की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कोर्ट में वारंट के लिए अर्जी लगा सकती है और वारंट मिलते ही उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।
दरअसल,वैशाली जिले के सदर थाना अंतर्गत गोविंदपुरी बीबीगंज निवासी अमिताभ कुमार गुप्ता ने पिछले साल 2023के जुलाई माह में सीजेएम के कोर्ट में परिवाद पत्र दायर किया था।कोर्ट में दायर परिवाद के आधार पर उसी साल के अगस्त माह में सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।दर्ज की गयी प्राथमिकी में पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला,उनकी पत्नी सह लालगंज की पूर्व विधायक अन्नू शुक्ला,बरुराज थाना के हरनाही दामुचक निवासी ठाकुर राजकिशोर शर्मा,मुशहरी के तत्कालीन सीओ नागेंद्र कुमार, तत्कालीन अंचल अमीन बालेश्वर राम को आरोपित बनाया गया था।
जमीन पर जबरन कब्जा करने के एक मामले को लेकर दर्ज इस केस में पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला की ओर से तीन अप्रैल को जिला जज के कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दाखिल की गई थी।जिला जज के कोर्ट में सुनवाई के बाद केस को एडीजे-5 के कोर्ट में स्थानांतरित कर दिया था।सुनवाई के बाद एडीजे की कोर्ट ने विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला की अग्रिम जमानत की याचिका को खारिज कर दिया।अब मुन्ना शुक्ला के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाना एकमात्र विकल्प रह गया है।इस बीच पुलिस कोर्ट से अरेस्ट वारंट लेकर मुन्ना शुक्ला के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।ऐसा इसीलिए भी क्योंकि,मुन्ना शुक्ला आरजेडी की टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं और जिला जज द्वारा अग्रिम याचिका को खारिज किए जाने की बात सामने आते ही उनके विरोधी सक्रिय होकर पुलिस पर दवाब बनाने लगे हैं।बहरहाल,देखना दिलचस्प होगा कि आगे-आगे होता है क्या?
एसडीएफ न्यूज ब्यूरो