खगड़िया:सड़कों पर नंगा नृत्य कर रही विभिन्न विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार की कहानी आज जब बहुचर्चित विधायक डॉक्टर संजीव कुमार ने रेखांकित करना शुरु किया तो हर कोई भौचक्का रह गया।व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर आक्रोशित परबत्ता विधायक डॉ संजीव ने स्पष्ट लहजे में कह दिया कि अगर भ्रष्टाचार संस्कृति को जड़ से समाप्त नहीं किया गया तो इसमें संलिप्त पदाधिकारी और कर्मचारी अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें।दरअसल,जिले के गोगरी अनुमंडल अंतर्गत ट्राइसेम भवन में अनुश्रवण समिति की बैठक आयोजित की गई थी।डॉ संजीव कुमार की अध्यक्षता और विधान परिषद सदस्य राजीव कुमार,बेलदौर विधायक पन्ना लाल सिंह पटेल,एसडीओ सुनंदा कुमारी,भूमि सुधार उपसमाहर्ता निधि कुमारी,विद्युत आपूर्ति प्रमंडल खगड़िया के कार्यपालक अभियंता,अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी रमेश कुमार के साथ-साथ अन्य विभागों के अधिकारियों की मौजूदगी में सभी विभागों में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की गयी।
इस बीच विधायक डॉ संजीव कुमार विभिन्न विभागों में लोगों से की जा रही अवैध वसूली को लेकर जमकर बरसने लगे।उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र से मोटी रकम वसूली को लेकर विभागीय अधिकारियों की क्लास लेनी शुरु कर दी और कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चो को सही ढ़ंग से पोषाहार नहीं मिलता है।बहुत कम बच्चे उपस्थित रहते हैं, लेकिन पोषाहार का पैसा और सामग्री का पूरा उठाव कर लिया जाता है।किसी भी आंगनबाड़ी केन्द्र में गर्भवती महिलाओं को मेनू के हिसाब से पोषाहार नहीं दिया जाता है।
उन्होंने सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों की व्यवस्था में सुधार करने का निर्देश देते हुए कहा कि सरकारी विद्यालयों और स्वास्थ्य केंद्रों की भी स्थिति दयनीय है।उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र और स्कूलों में पठन-पाठन के साथ दोपहर के भोजन की व्यवस्था को भी चुस्त-दुरुस्त करने का निर्देश दिया।
लचर-पचर व्यवस्था को रेखांकित करते हुए विधायक ने कहा कि बिजली विभाग के कर्मियों द्वारा दस्तावेज सत्यापन के नाम पर पांच सौ से एक हजार रुपए की अवैध वसूली की जाती है।इतना ही नहीं,मीटर बदलने के नाम पर भी 2हजार की वसूली होती है।
हद तो यह है कि अंचल में रसीद कटाने,म्यूटेशन करवाने और परिमार्जन के नाम पर मोटी रकम की वसूली कर्मचारियों द्वारा की जाती है।विधायक यहीं नहीं रुके।उन्होंने पूरे मामले का पर्दाफाश करते हुए कहा कि कर्मचारियों द्वारा पैसे की वसूली के लिए अलग से दलालों को रखा जाता है।जो पैसा नहीं देता है,उसकी जमीन का म्यूटेशन लम्बे समय तक पेंडिंग रखा जाता है।अगर कोई भी बिना काम के अंचल में घूमें तो उस पर करवाई करें।
उन्होंने परबत्ता और गोगरी के बीडीओ को फटकार लगाते हुए कहा कि इंदिरा आवास के नाम पर अवैध वसूली बंद होनी चाहिए।विधायक ने अनुमंडलीय अस्पताल गोगरी के साफ-सफाई व्यवस्था की जानकारी ली।
उन्होंने गोगरी के डीसीएलआर को BDLR (BIHAR LAND DISPUTE REDRESSEL ACT)के तहत विवादों का डिस्पोजल जल्द से जल्द करने का निर्देश दिया।कहा कि म्यूटेशन अपील के तहत जो भी आवेदन अंचल से रिजेक्ट होकर आता है,उसके निष्पादन में तेजी लाएं।दाखिल खारिज की अपील का निष्पादन आपके द्वारा समय पर नहीं किया जाता है।जिसके कारण अधिवक्ताओं में भी आक्रोश है।लॉक जमाबंदी का निष्पादन बहुत ही निराशाजनक है।इसमें सुधार की जरुरत है।उन्होंने ऑनलाइन जमाबंदी के निष्पादन में तेजी लाने का निर्देश दिया।
उन्होंने डीलरों की करतूतों को भी उजागर करते हुए कहा कि प्रत्येक लाभुक को दिए जाने वाले अनाज में एक केजी कटौती कर ली जाती है।जिससे पब्लिक में भारी आक्रोश है।इसको तुरंत बंद करवाया जाय।फिर भी अगर नहीं मानता है तो उस पर कारवाई करें।
इधर विधायक की इस पहल का जेडीयू राज्य परिषद सदस्य मिथिलेश कुमार,मुखिया संघ अध्यक्ष ललन शर्मा,तेमथा करारी मुखिया राजीव चौधरी,गोगरी प्रखंड प्रमुख संजय यादव,पूर्व जेडीयू अध्यक्ष ध्रुव कुमार शर्मा, देवठा मुखिया आलोक कुमार, रवि यादव,मनमन बाबा,परबत्ता प्रखंड प्रमुख रीता देवी,माधवपुर मुखिया बंटू सिंह,मणिभूषण राय, नरेश सुमन,विजय चौधरी आदि सहित अन्य लोगों ने सराहना की और कहा कि भ्रष्टाचारियों के दिन अब लदने वाले हैं।विधायक डॉ संजीव कुमार जिस तरह विकास के नाम पर परबत्ता विधानसभा क्षेत्र में कचरा साफ करा रहे हैं, वैसी ही स्थिति समाज में दीमक की तरह चाट रहे भ्रष्टाचारियों की होने वाली है।
रिपोर्ट-आनंद राज