खगडिया:सदर एसडीपीओ खगडिया-1मुकुल रंजन द्वारा पुलिस की छवि को लगातार धूमिल किया जा रहा है।एक राजनीतिक दल के नेता के संरक्षण में विरोधी पार्टी के नेता पर फर्जी केस दर्ज कराने,बिना साक्ष्य के निर्दोष को जेल भेजने, अवैध वसूली का धंधा चलाने के साथ ही पुलिस के कर्तव्य और कार्य से विमुख होकर बेवजह लोगों को टारगेट करने के खिलाफ कठोर कार्रवाई और न्याय की मांग हमलोग सरकार से करते हैं।कार्रवाई नहीं होने पर हमलोग विधानसभा पटना से लेकर खगडिया में जनांदोलन चलाएंगे।जिसकी सारी जवाबदेही पुलिस विभाग की होगी।उक्त बातें राष्ट्रीय जनता दल के जिला महासचिव चंदन सिंह,जिला प्रधान महासचिव नंदलाल मंडल, जिला उपाध्यक्ष प्रमोद यादव, पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुबोध यादव,आपदा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष राजा चौधरी,युवा राजद के जिला प्रवक्ता रोशन कुमार,छात्र नेता प्रिंस कुमार तथा रामप्रवेश चौरसिया ने आज 26 अगस्त अर्थात सोमवार को कृष्णापुरी बलुआही स्थित राष्ट्रीय जनता दल के जिला कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कही।
प्रधान महासचिव चंदन सिंह ने कहा कि सदर एसडीपीओ मुकुल रंजन द्वारा खगडिया के कथित भाजपा नेता,जिनका संबंध पटना के एक बड़े नेता से होने की चर्चा है,के दबाव में राजद के जिलाध्यक्ष सह पूर्व नगर सभापति और एमएलसी चुनाव लड़ चुके मनोहर कुमार यादव सहित उनकी पत्नी पूर्व सभापति सीता कुमारी के विरुद्ध नगर थानाध्यक्ष को दबाव में लेकर फर्जी केस(407/24)दर्ज करवाया गया।केस में घटना स्थल बलुआही बस दिखाया गया और संगीन आरोप लगाए गए।
जबकि,हद तो यह है कि उसी आवेदन पर चार महीने पहले तत्कालीन इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष नीरज कुमार सिंह द्वारा जांच समर्पित किया गया।जिसमें कथित घटना को फर्जी,तथ्यहीन, कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज आदि की चर्चा की गई।अंकित किया गया कि कथित घटना के समय सीता कुमारी पटना में थी।बावजूद इसके एसडीपीओ साजिश के तहत पूर्व थानाध्यक्ष नीरज सिंह को हटवाने में सफल रहे और नए इंस्पेक्टर राकेश गुप्ता की पदस्थापना के दो दिन बाद ही चार महीने पहले की कथित घटना का बिना जांच कराए आनन-फानन में केस दर्ज करवा दिया गया।
नेता द्वय ने कहा कि हमलोगों की एक ही मांग है कि दिखाए गए घटनास्थल बलुआही बस स्टैंड की निष्पक्ष जांच की जाय तो एसडीपीओ की साजिश सामने आ जाएगी।उन्होंने कहा कि एसडीपीओ के खिलाफ चुनाव के समय जिलाध्यक्ष मनोहर कुमार यादव ने वरीय अधिकारी से शिकायत की थी।कथित भाजपा नेता चौक चौराहे पर कहते रहते हैं कि एसडीपीओ को हम ही खगडिया लाये हैं।ऐसे में एसडीपीओ ने अपने पदस्थापन का कर्ज हमारे जिलाध्यक्ष पर फर्जी केस दर्ज करवाकर अपने आका का चुकाया है।उन लोगों को आशंका है कि वर्दी की आड़ में एसडीपीओ अपराधी को संरक्षण देकर हमारे नेता की हत्या भी करवा सकते हैं।मेरे नेता अगर दोषी है तो जेल भेजिए।नहीं तो गहन जांच करके अविलंब न्याय दीजिए।साथ ही फर्जी केस दर्ज करवाने वाले वादी के मोबाइल की भी जांच कीजिए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि,पिछले दिनों होटल संचालक सुजीत कुमार हत्याकांड में न्याय मांगने थाना गए विक्रम साह को बिना आधार जेल भेज दिया गया।कहा गया कि एसडीपीओ के आदेश पर जेल भेजा गया।इसीलिए एसपी साहब फाइल की गहन जांच कीजिए और निर्दोष को न्याय दीजिए।
मौके पर मौजूद सभी नेताओं ने कहा कि,एसपी साहब चौथम केस 121/24 की फाइल पढिए।कोचिंग चलाने वाले टुनटुन कुमार का ना तो अपहर्ता से संबंध का मामला सामने आया और ना ही अपहृता ने बयान में उसका नाम लिया।बावजूद दो तीन गवाहों के बयान पर गिरफतारी का आदेश दे दिया गया।एसडीपीओ और उनके रीडर पहले पार्टी को कार्यालय बुलाते हैं।फिर उनकी जायज-नाजायज बात नहीं मानने पर बिना मजबूत साक्ष्य के केस को सत्य करार देकर गिरफ्तारी का आदेश दे देते हैं।इससे स्पष्ट है कि वे पदीय पावर का दुरुपयोग, मनमानी तथा पुलिस की छवि धूमिल करने का कार्य लगातार कर रहे हैं।
एक मामले का जिक्र करते हुए राजद के नेताओं ने कहा कि गणेश सिंह अपने लोग को छुड़ाने मद्य निषेध कार्यालय आए थे।उनकी बेरहमी से पिटाई की गई।उनका इलाज पीएमसीएच में चला।उसके बाद विभाग द्वारा अपने बचाव में एक फर्जी केस करवाया गया और गिरफ्तारी का आदेश दे दिया गया।
आक्रोशित लहजे में इन नेताओं का कहना था कि,एसडीपीओ के कुकृत्य का और कितना प्रमाण दूं।इनके पदस्थापना काल और इनके द्वारा किए गए केसों के सुपरवीजन की समीक्षा कीजिए, सारा खेल सामने आएगा।
उक्त सभी नेताओं ने स्पष्ट लहजे में कहा कि हमलोग मांग करते हैं कि कानून और पब्लिक विरोधी एसडीपीओ मुकुल रंजन पर कठोर कार्रवाई की अनुशंसा सरकार से करते हुए उनकी मानसिक विकृति के शिकार लोगों को न्याय दीजिए।नहीं तो खगडिया की जनता के साथ भगवान भी माफ नहीं करेंगे।
एसडीएफ न्यूज ब्यूरो