खगड़िया:आगामी सात मई को झंझारपुर,सुपौल,अररिया और मधेपुरा के साथ-साथ खगड़िया में भी लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मतदान है।ऐसे में इंडिया गठबंधन समर्थित सीपीआईएम प्रत्याशी संजय कुमार कुशवाहा के साथ-साथ एनडीए समर्थित लोजपा(रामविलास)प्रत्याशी राजेश वर्मा के चाल,चरित्र और चेहरा पर चर्चा करते हुए जातीय गोलबंदी शुरु हो गयी है।राजेश वर्मा को बाहरी और दागी प्रत्याशी बताकर एनडीए के कोर वोटर भी जहां अंदर ही अंदर विरोध कर रहे हैं,वहीं विभिन्न जातीय संगठनों द्वारा आपसी विचार- विमर्श के बाद सीपीआईएम प्रत्याशी संजय कुमार कुशवाहा को समर्थन दिए जाने का सिलसिला चरम पर है।
इसी कड़ी में आज 4मई को जिला मुख्यालय के कृष्णापुरी बलुआही में पूर्व एमलसी प्रत्याशी सह राजद जिलाध्यक्ष की मौजूदगी तथा राजद जिला उपाध्यक्ष प्रकाश राम और कार्यकारी नगर अध्यक्ष दीपक चंद्रवंशी के नेतृत्व में खगड़िया जिले के चंद्रवंशी समाज से जुड़े तमाम वरिष्ठ नेताओं ने महागठबंधन के प्रत्याशी संजय सिंह कुशवाहा को समर्थन देने की घोषणा की।
चन्द्रवंशी समाज के नेताओं और कार्यकर्ताओं का स्पष्ट कहना था कि बाहरी और दागी उम्मीदवार का वह लोग किसी भी कीमत पर समर्थन नहीं कर सकते हैं।एनडीए प्रत्याशी के द्वारा उन लोगों के वोट को खरीदने की कोशिश की जा रही है।लेकिन उन लोगों ने लोकसभा चुनाव में चंद्रवंशी समाज का सभी वोट महागठबंधन के प्रत्याशी संजय कुशवाहा देने का निर्णय लिया है।
पंचायत समिति सदस्य उदय चंद्रवंशी,धनपति चंद्रवंशी,अनिल चंद्रवंशी,कुमार चंद्रवंशी,विजय चंद्रवंशी,विक्रम चंद्रवंशी,सुधांशु चंद्रवंशी,टेकनारायण चंद्रवंशी लक्ष्मी चंद्रवंशी,मोती चंद्रवंशी, बलराम चंद्रवंशी आदि ने एक स्वर में कहा कि खगड़िया जिला के हम तमाम चंद्रवंशी समाज खगड़िया जिले के स्वच्छ छवि और जमीन से जुड़े रहने सहित आमजनों की समस्याओं को लेकर संघर्ष करने वाले स्थानीय प्रत्याशी संजय सिंह कुशवाहा को वोट करेगें।ताकि,वे स्थानीय समस्याओं को लोकसभा में रखकर खगड़िया का विकास कर सकें।
सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कहा कि लोजपा(प्रत्याशी)राजेश वर्मा को अन्य समाज के लोग भी इसीलिए वोट नहीं करेंगे,क्योंकि वह न केवल बाहरी प्रत्याशी हैं, बल्कि करोड़ों रुपये में टिकट खरीदकर खगड़िया का चुनावी पहलवान बने हैं और अगर उन्हें समर्थन मिल गया तो वह खगड़िया में भी गुंडा बैंक चलाने का काम करेंगे।
इसीलिए खगड़िया जिले के आमलोगों ने यह निर्णय ले लिया है कि जनबल को जिताना है,न कि धनबल वाले उम्मीवार को परिश्रय देना है।उक्त नेताओं ने यह भी कहा कि,केंद्र की एनडीए सरकार ने संविधान और लोकतंत्र को नहीं मानते हुए आरक्षण को समाप्त करने की षडयंत्र किया है।उसी के तहत केंद सरकार ने बहुत सारे उपक्रम को निजी कम्पनियों के हाथों बेच दिया है।ताकि,अतिपिछड़ा ,पिछड़ा तथा दलितों को आरक्षण नहीं मिले।इतना ही नहीं,बीजेपी के कई नेताओं ने तो बोल भी दिया कि इस बार सरकार बनी तो संविधान को बदल देंगे।इसलिए हमलोगों ने निर्णय लिया है कि संविधान, लोकतंत्र और आरक्षण विरोधी एनडीए को वोट नहीं देंगे।
एसडीएफ न्यूज ब्यूरो