मसरुर आलम की रिपोर्ट
खगड़िया:जिस संविधान ने सदियों से सताये-दबाये जा रहे लोगों के लिए सम्मान,हिस्सेदारी व बराबरी हासिल करने और आगे बढ़ने का रास्ता खोला, आज उस संविधान पर लगातार हमला जारी है।
सामाजिक न्याय के जरूरी सवालों को हल करने के बजाय वंचितों द्वारा हासिल अधिकारों को ही छीना जा रहा है।नफरत व विभाजन की आग में समाज को झोंका जा रहा है।मुल्क पर तानाशाही थोपी जा रही है।इस परिदृश्य में संविधान बचाने और सामाजिक न्याय हासिल करने के लिए संवाद होना बेहद जरुरी है।
उक्त बातें आगामी 9 दिसंबर को खगड़िया के टाउन हॉल में आयोजित होने वाले संवाद कार्यक्रम को लेकर आयोजकों की ओर से प्रेस बयान जारी करते हुए आर्यन राय और रौशन ने कही।
आर्यन राय और रौशन ने कहा है कि,संवाद कार्यक्रम को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है।यह संवाद कार्यक्रम ‘संविधान बचाने और सामाजिक न्याय’ हासिल करने के सवाल पर आयोजित किया है |
इस संवाद के मुख्य वक्ता डीयू के पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर और चर्चित किताब’प्रोफेसर की डायरी’ के लेखक डॉ.लक्ष्मण यादव होंगे।
इस संवाद में कई सामाजिक व राजनीति चिंतक,बुद्धिजीवी और सामाजिक न्याय के लिए संघर्षरत कार्यकर्ता अपने विचार साझा करेंगे।
आयोजन की तैयारी में विभिन्न सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा संपर्क अभियान चलाया जा रहा है।
आज खगड़िया में छात्रों,वकीलों और आम नागरिकों को बड़े पैमाने पर आयोजन में शिरकत करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
इधर,संपर्क अभियान में शामिल आर्यन राय,रौशन,नवीन कुमार, आमिर रज़ा,राजा सिंह,राहुल यादव,सुल्तान सागर,निखिल, प्रिंस सहित अन्य लोगों ने बताया कि यह आयोजन महात्मा फुले, डॉ.भीमराव अंबेडकर,पेरियार, शिवदयाल सिंह चौरसिया, आरएल चंदापुरी,सावित्रीबाई फुले,फूलन देवी बीपी सिंह, अर्जुन सिंह,बीपी मंडल,जगदेव प्रसाद कुशवाहा और कर्पूरी ठाकुर की स्मृति को समर्पित है।
दूसरी तरफ मौके पर मौजूद पूर्व जिला परिषद सदस्य अजीत सरकार ने कहा कि,समय-समय पर देश हित में विभिन्न मसलों पर संवाद कार्यक्रम का आयोजित होना लोगों की सजगता का प्रमाण है।इस तरह का आयोजन होते रहना चाहिए।