राजेश सिन्हा/नैयर आलम केन्द्र या राज्य सरकार द्वारा वैक्सीनेशन के प्रति लोगों को किस हद तक जागरुक किया गया,यह तो शासन-प्रशासन ही जाने।लेकिन शहरी इलाकों की बातों को कुछ देर के लिए दरकिनार कर अगर ग्रामीण इलाकों की बात की जाय,तो वैक्सीनेशन के प्रति लोग खासे गंभीर नहीं दिख रहे हैं।शहरी इलाके के लोगों में भी जागरुकता की कमी देखी जा रही है।ग्रामीण इलाकों में कई मोहल्ले ऐसे हैं,जहां के लोग मेडिकल टीम को स्पष्ट कहते हैं कि यहां कोई कोरोना संक्रमित न ही हुआ और न ही यहां के लोग वैक्सीन लेने को तैयार हैं।हालात यह है कि पूरी तैयारियों के साथ वैक्सीनेशन के लिए गांव तक पहुंचने वाली मेडिकल टीम को भी बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है।बात अगर खगड़िया जिले की हो,तो जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष के द्वारा तमाम लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति गंभीर होने के लिए कई तरह के उपाय किए जा रहे हैं।बावजूद इसके बेलदौर प्रखंड अंतर्गत बेलदौर पंचायत के वार्ड नंबर12में जिस तरह का नजारा दिखा,वह चिंतनीय है।इस तरह का नजारा जानकार क्षेत्र के प्रबुद्धजनों का कहना है कि प्रखंड क्षेत्र में कोरोना वैक्सीन के लिए जहां लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं,वहीं ग्रामीण इलाकों में लोग जागरुकता की कमी के कारण कोरोना का टीका नहीं लेने की जिद पर अड़े हुए हैं।हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव-गांव पहुंचने पर भी बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है।ग्रामीण बिना टीका लिए ही टीम को वापस लौटा दे रहे हैं।इस तरह का स्पष्ट नजारा तो गुरुवार को तब दिखा,जब वैक्सीनेशन के लिए पंचायत सरकार भवन में शिविर का आयोजन किया गया था।लेकिन उक्त शिविर में एक भी ग्रामीण टीका लेने के लिए नहीं पहुंचे।कुछ प्रबुद्धजनों का कहना था कि बेलदौर पंचायत के वार्ड नंबर 12 में आंगनबाड़ी सेविका व आशा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ स्थानीय पदाधिकारियों की टीम भी पहुंची।लेकिन ग्रामीणों द्वारा कहा जाने लगा कि “इस मोहल्ले में कोरोना नहीं है,यहां टीके की कोई जरुरत नहीं है,चले जाइए, हमें टीका नहीं लेना है।” बात अलग है कि उक्त मोहल्ले के कुछ शिक्षित ग्रामीणों द्वारा टीका लगवा लिया गया।बता दें कि मालूम बेलदौर प्रखंड अंतर्गत वार्ड नंबर 21 स्थित मध्य विद्यालय में 45 वर्ष से ऊपर 70 वर्ष तक के लिए वैक्सीनेशन के लिए शिविर लगाया गया था।जब उक्त शिविर में कोई भी ग्रामीण टीका लेने नहीं पहुंचे,तो लाव-लश्कर के साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी शशि भूषण कुमार,चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर सुभाष रंजन झा, बीसीएम मनजीत प्रसाद, बीएचएम नितेश अभिजात, डीओ सौरभ कुमार,फैजुल रहमान आदि गांव पहुंचे।लेकिन मोहल्ले वाले पदाधिकारियों की बातों को मानने को तैयार नहीं हुए। मोहल्ला पहुंचकर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुभाष रंजन झा ने ग्रामीणों को टीकाकरण से होने वाले फायदे के बारे में बार-बार बताने की कोशिश की।लेकिन ग्रामीण कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। टीम को विरोध का सामना करना पड़ा।हालांकि कुछ शिक्षित ग्रामीण टीका लेने के लिए पहले ही उक्त केंद्र पर पहुंच गए।इधर मिल रही जानकारी के अनुसार पिरनगरा अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में भी वैक्सीनेशन को ले शिविर लगाया गया था। उक्त शिविर में कोई भी ग्रामीण नहीं पहुंचे।मध्य विद्यालय बेलदौर में पहुंचकर महज10 ग्रामीणों ने टीका लगवाया।बहरहाल, देखना दिलचस्प होगा कि शासन-प्रशासन के द्वारा तमाम लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति किस तरीके से पूरी तरह गंभीर किया जाता है!!
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